Alert: एचएमपीवी वायरस एक श्वसन संक्रमण पैदा करने वाला वायरस है जो मानवों में श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। यह वायरस मेटापनेउमोविरुस परिवार का सदस्य है और इसकी पहचान 2001 में की गई थी। एचएमपीवी, मुख्य रूप से सर्दियों और वसंत के महीनों में सक्रिय होता है और यह श्वसन नलिका, फेफड़ों और गले को प्रभावित कर सकता है। ह्यूमन मेटोन्यूमो वायरस (एचएमपीवी) को लेकर गाज़ियाबाद जिले में स्वस्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी कर दी है। इसके साथ ही सीएमओ गाजियाबाद डा. अखिलेश मोहन ने कहा कि एचएमपीवी वायरस से बहुत डरने या पैनिक होने की जरूरत नहीं है। कुछ जरूरी सावधानी अपनाएं तो तबियत खराब होने पर चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें।
यह लोग सावधानी जरूर बरतें
Alert: सीएमओ डा. अखिलेश मोहन के मुताबिक एचएमपीवी वायरस के संक्रमण पर सर्दी, जुकाम और फ्लू वाले लक्षण आते हैं। कोविड और टीबी की तरह इस वायरस का संक्रमण भी सांस के जरिए फैलता है। इसलिए एक- से सुरक्षित दूरी ओर मास्क के इस्तेमाल की सलाह दी जाती है, साथ ही हाथ मिलाने से परहेज भी जरूरी है। अन्य सभी संक्रमणों की ही तरह बच्चों और बुजुर्गों और दूसरे रोगों से ग्रस्त लोगों को अतिरिक्त सावधानी जरूरी है।
एचएमपीवी सामान्य रेस्पिरेटरी वायरस
Alert: जिला सर्विलांस अधिकारी (डीएसओ) डा. आरके गुप्ता से मिली जानकारी के मुताबिक मौसम में होने वाले श्वसन रोगों और संक्रमण से बचाव के लिए बच्चों, बुजुर्गों और कोमोर्बिड ( दूसरी बीमारी से ग्रस्त) लोगों को लेकर सावधानी जरूरी है। छींकते और खांसते समय मुंह का रूमाल या टिश्यू से ढकें। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जानें से बचें। नियमित अंतराल पर पानी पीते रहें और पौष्टिक आहार लें।
यह भी पढ़ें:-
Ghaziabad News : कुंए में गिरे बेजुबान को फायर विभाग ने पुलिस के सहयोग से रेस्क्यू कर निकाला
Author: Aniruddh
अनिरुद्ध श्रीवास्तव हिंदी खबरों को सोशल मीडिया और आम जनता तक पहुंचाने में विशेष महारत रखते हैं। मास कम्युनिकेशन से ग्रेजुएट होने के बाद इन्होंने उत्तरप्रदेश के कई दिग्गजों के साथ काम किया व उनसे मार्गदर्शन भी लिया। पिछले 4 वर्षों से अनिरुद्ध मीडिया में हैं। इस समय वह कानून-व्यवस्था और प्रशासन देख रहे हैं। इनसे संपर्क करने के लिए:- aniruddhashrivastav786@gmail.com