Noida News : उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) मेरठ की टीम ने सोमवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए राज्य वस्तु एवं सेवा कर (GST) कार्यालय, सेक्टर-148, गौतमबुद्धनगर में तैनात प्रशासनिक अधिकारी सतेन्द्र बहादुर सिंह को 45,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई एक स्थानीय व्यवसायी की शिकायत पर की गई, जिसकी फर्म “मैसर्स रामटेक”, ग्राम सलारपुर, नोएडा में वर्ष 2016 से कंप्यूटर रिपेयरिंग का काम कर रही है।
Noida News : पढ़े क्या है मामला?
शिकायतकर्ता के अनुसार, 29 अप्रैल 2025 को उसे एक व्यक्ति ने खुद को भूदेव बताते हुए कॉल किया और बताया कि साल 2016-17 और 2017-18 के लिए फर्म का एसेस्मेंट नहीं हुआ है। भूदेव ने उसे GST कार्यालय बुलाया, जहां उसने बताया कि फर्म पर ₹4,55,840 बकाया है और कोर्ट-कचहरी के चक्कर से बचने के लिए वह अधिकारी से मिले। 13 मई को जब शिकायतकर्ता GST कार्यालय पहुंचा और प्रशासनिक अधिकारी सतेन्द्र बहादुर सिंह से मिला, तो उसने भी वही बकाया राशि बताई और एसेस्मेंट को खत्म करने के बदले ₹50,000 की रिश्वत की मांग की। जब शिकायतकर्ता ने इतनी राशि देने से असमर्थता जताई, तो अधिकारी ने रिश्वत की रकम घटाकर ₹45,000 कर दी।
Noida News : धमकी देकर कराया बैंक खाता फ्रीज
शिकायतकर्ता के पैसे न देने पर GST कार्यालय की ओर से उसकी फर्म का खाता बैंक ऑफ बड़ौदा, भंगेल शाखा में फ्रीज करवा दिया गया, जिससे उसका व्यापार ठप हो गया। व्यवसायी ने इसके बाद मेरठ सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) से संपर्क किया और योजना बनाकर 20 मई को सतेन्द्र बहादुर सिंह को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़वाया। इस कार्रवाई के बाद आरोपी के खिलाफ थाना नॉलेज पार्क, गौतमबुद्धनगर में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। विजिलेंस टीम के अनुसार, यह कार्रवाई सबूतों और शिकायत के आधार पर की गई है। पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है और अन्य कर्मचारियों की भूमिका की भी पड़ताल होगी।
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