Sheikh Sajjad Gul: लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) का प्रमुख, 50 वर्षीय कश्मीरी शेख सज्जाद गुल, पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड है। वह पाकिस्तान के रावलपिंडी स्थित छावनी क्षेत्र में छिपा हुआ है और सज्जाद अहमद शेख के नाम से भी जाना जाता है। गुल 2019 में टीआरएफ की स्थापना के बाद से कई आतंकी हमलों की साजिशों में शामिल रहा है, जिनमें 2020 से 2024 के बीच मध्य और दक्षिण कश्मीर में लक्षित हत्याएं, 2023 में ग्रेनेड हमले, अनंतनाग के बिजबेहरा में जम्मू-कश्मीर पुलिसकर्मियों पर घात लगाकर हमला, और गांदरबल में जेड-मोड़ सुरंग पर हमला शामिल हैं। गुल के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है।
गुल के आतंकी लिंक का खुलासा
Sheikh Sajjad Gul: शेख सज्जाद गुल, जिसे अप्रैल 2022 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आतंकवादी घोषित किया और ₹10 लाख का इनाम भी घोषित किया, गुल की भूमिका 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जांच के दौरान सामने आई। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के छद्म संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली थी। आपको बता दे की गुल ने श्रीनगर में शिक्षा प्राप्त की,फिर बाद में वो बेंगलुरु चला गया जहां से उसने एमबीए किया औरउसके बाद केरल में लैब टेक्नीशियन का कोर्स भी किया। वापस घाटी लौटने के बाद, उसने एक डायग्नोस्टिक लैब स्थापित की और आतंकी समूह को सहायता प्रदान करना शुरू कर दिया।
ओवरग्राउंड वर्कर के रूप में पांच किलो आरडीएक्स के साथ पकड़ा गया था गुल
Sheikh Sajjad Gul: 2002 में, गुल को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर पांच किलोग्राम आरडीएक्स के साथ गिरफ्तार किया था। वह आतंकी संगठन के लिए ओवरग्राउंड वर्कर के रूप में काम कर रहा था और दिल्ली में सिलसिलेवार विस्फोटों की योजना बना रहा था। इस अपराध के लिए उसे दस साल की कैद की सजा सुनाई गई थी।
जेल से रिहा होने के बाद पहुँचा था पाकिस्तान
Sheikh Sajjad Gul: 2017 में जेल से रिहा होने के बाद वह पाकिस्तान चला गया, जहां 2019 में आईएसआई ने उसे कश्मीर में द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) का नेतृत्व सौंपा। उसका भाई, जो श्रीनगर के श्री महाराजा हरि सिंह अस्पताल में डॉक्टर था, पिछली सदी के अंतिम दशक में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था। वह पहले सऊदी अरब गया और बाद में पाकिस्तान पहुंचा, जहां अब वह खाड़ी देशों में भगोड़ों के साथ मिलकर आतंकी वित्तपोषण में संलिप्त है।
