Ghaziabad News : शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर और श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने नवनियुक्त पोप लियो सोलहवें को पत्र लिखकर उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर उनके साथ डॉ. उदिता त्यागी भी मौजूद रहीं। पत्र के माध्यम से यति नरसिंहानंद ने विश्व में बढ़ती वैश्विक चुनौतियों और विशेष रूप से इस्लामिक कट्टरपंथ से उत्पन्न समस्याओं पर चिंता व्यक्त की।
Ghaziabad News : सामाजिक और सांस्कृतिक संकटों पर ध्यान दिलाया
यति नरसिंहानंद गिरी द्वारा सम्मानजनक और मित्रतापूर्ण शैली में लिखे गए पत्र में कहा गया कि वर्तमान समय में विश्व कई प्रकार की चुनौतियों से जूझ रहा है। उन्होंने विशेष रूप से इस्लामिक जिहाद, तेजी से बदलती जनसंख्यिकीय संरचना, और कट्टरपंथ के बढ़ते प्रभाव को मानवता के लिए गंभीर खतरा बताया। उन्होंने पत्र में उल्लेख किया कि भारत सहित अनेक देशों में इस्लामिक कट्टरता ने स्थानीय संस्कृति, धार्मिक परंपराओं और सामाजिक सद्भाव को प्रभावित किया है। उनका मानना है कि गैर-इस्लामिक धर्मों को वैश्विक स्तर पर एकजुट होकर इस चुनौती का समाधान खोजना होगा।
Ghaziabad News : कश्मीर और यूरोप के संदर्भ का उल्लेख
महामंडलेश्वर ने पत्र में भारत के कश्मीर क्षेत्र का उदाहरण देते हुए लिखा कि जहां मुसलमानों की जनसंख्या बहुसंख्यक होती है, वहां सामाजिक तनाव और हिंसा की घटनाएं बढ़ जाती हैं। इसी प्रकार, उन्होंने यूरोप में बढ़ते प्रवासन और सांस्कृतिक एकीकरण की चुनौतियों का भी जिक्र किया। उन्होंने यह भी कहा कि यह समय सभी धार्मिक समुदायों और वैश्विक नेताओं के समन्वय और सहयोग का है, ताकि मानवता, संस्कृति और सभ्यता की रक्षा की जा सके।
Ghaziabad News : वैश्विक समन्वय का आह्वान
महामंडलेश्वर ने पत्र में पोप लियो सोलहवें से आग्रह किया कि वे वैश्विक स्तर पर एक ऐसी रणनीति की पहल करें, जिससे सभी शांतिप्रिय धार्मिक समुदाय कट्टरपंथ और हिंसा के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठा सकें। उन्होंने प्रारंभिक सुझाव भी साझा किए और आगे संवाद बनाए रखने की इच्छा जताई।
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