बैंक ने लगाया कब्जा नोटिस
KDP Grand savana:गाजियाबाद के नंदग्राम थाना क्षेत्र स्थित केडीपी ग्रैंड सवाना हाउसिंग प्रोजेक्ट में फ्लैट बिक्री के नाम पर धोखाधड़ी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक दंपति ने आरोप लगाया है कि बिल्डर ने उन्हें वह फ्लैट बेचा जो पहले ही किसी और को बेचा जा चुका था और उस पर बैंक लोन भी चल रहा था। इस ठगी का खुलासा तब हुआ जब बैंक ने लोन न चुकाने की स्थिति में फ्लैट पर कब्जे का नोटिस सोसाइटी के गेट पर चस्पा कर दिया। इस गंभीर मामले के बाद दंपति ने नंदग्राम थाने में बिल्डर के निदेशकों के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराया है।
जानें क्या हैं पूरा मामला ?
KDP Grand savana: जानकारी के अनुसार, पीड़ित दंपति ने लाखों रुपये की राशि का भुगतान कर केडीपी ग्रैंड सवाना प्रोजेक्ट में एक फ्लैट खरीदा था। बिल्डर ने उन्हें यह विश्वास दिलाया था कि फ्लैट पूरी तरह से विवादमुक्त है और शीघ्र ही उन्हें उसका स्वामित्व और कब्जा सौंप दिया जाएगा। लेकिन जैसे ही दंपति ने फ्लैट में प्रवेश और कब्जे की प्रक्रिया शुरू की, उन्हें उस समय बड़ा झटका लगा जब यह पता चला कि वही फ्लैट पहले ही किसी अन्य व्यक्ति को बेचा जा चुका है। इतना ही नहीं, पहले मालिक ने इस फ्लैट पर बैंक से लोन भी ले रखा था और किस्तें न चुकाने के कारण बैंक ने कब्जे की प्रक्रिया शुरू कर दी थी।
KDP Grand savana: पुलिस के अनुसार, पीड़ितों की शिकायत पर केडीपी ग्रैंड सवाना बिल्डर के निदेशकों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धोखाधड़ी और जालसाजी से संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। थाने के प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच प्रारंभ कर दी गई है और जल्दी ही सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, इस घटना ने गाजियाबाद में रियल एस्टेट क्षेत्र में हो रही धोखाधड़ी की बढ़ती घटनाओं की ओर प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया है। स्थानीय निवासियों और निवेशकों ने प्रशासन से मांग की है कि रियल एस्टेट में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए और दोषियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएं। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी प्रॉपर्टी डील से पहले दस्तावेजों की पूरी तरह से जांच करें और संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
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