UP Panchayat Election : सुभासपा के प्रमुख ने कसा बीजेपी पर तंज
उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और सुभासपा (सुविचारित समाज पार्टी) के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने पंचायत चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है। अपने सुल्तानपुर दौरे पर मीडिया से बातचीत करते हुए राजभर ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी आगामी पंचायत चुनाव अकेले लड़ेगी और किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगी। उन्होंने कहा कि जब पार्टियां समझौते के तहत चुनाव लड़ती हैं, तो उन्हें कम सीटें मिलती हैं और इससे जमीनी कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिल पाता। इसलिए, सुभासपा ने निर्णय लिया है कि वह पूरी ताकत के साथ अपने उम्मीदवारों को टिकट देकर पंचायत चुनाव में उतरेगी।
UP Panchayat Election : जाने ओपी राजभर ने क्या कहा ?
राजभर ने कहा कि पंचायत चुनाव स्थानीय स्तर पर नेतृत्व को उभारने का सुनहरा मौका होता है, खासकर उन कार्यकर्ताओं के लिए जो विधानसभा या लोकसभा चुनाव नहीं लड़ सकते। उन्होंने कहा, “जो कार्यकर्ता विधायक या सांसद नहीं बन सकते, उन्हें पंचायत चुनाव के माध्यम से अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू करने का अवसर मिलता है। ऐसे लोगों ने पांच-दस साल मेहनत की है, उनके लिए यह चुनाव लड़ना जरूरी है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि जब वह गठबंधन के साथ चुनाव लड़ते हैं, तो सीटों की संख्या कम हो जाती है और छोटे नेताओं के लिए अवसर सीमित हो जाते हैं। इसलिए उनकी पार्टी की रणनीति है कि वह स्वतंत्र रूप से चुनाव मैदान में उतरे, ताकि अधिक से अधिक कार्यकर्ताओं को अवसर मिले।
इसके अलावा ओपी राजभर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जब भी विदेश जाते हैं, भारत को कटघरे में खड़ा कर देते हैं। उन्होंने सवाल किया कि जब उनकी पार्टी ने 60 साल तक देश में शासन किया, तो विदेश नीति को मजबूत क्यों नहीं बनाया? वहीं, उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सोच स्पष्ट है—बेसिक शिक्षा के स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस कर बच्चों को बेहतर शिक्षा देना। उन्होंने कहा कि अब स्कूलों की स्थिति में काफी सुधार हुआ है, शिक्षक अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं और सरकार की तरफ से बच्चों को सभी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि एनडीए सरकार देश के महापुरुषों के योगदान को इतिहास में पुनः स्थान दिलाने के लिए अभियान चला रही है, जिससे जनता उनके संघर्ष और योगदान से अवगत हो सके।
