Ghaziabad News : हाल ही में मेरठ जिले से एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हुआ। जिसमें छात्रों को नमाज पढ़ते देखा जा रहा है। वीडियो गंगानगर स्थित आईआईएमटी विश्वविद्यालय का है। जिसे खालिद मेवाती नामक एक इंस्टाग्राम पेज पर अपलोड किया गया था, जिसमें विश्वविद्यालय के छात्र खुलेआम नमाज अदा करते हुए दिखाई दे रहे थे। इस मामले में अब यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने तीखा रुख अपनाते हुए कहा है कि यह मामला बेहद गंभीर है और इसे किसी भी हाल में होने नहीं दिया जाएगा।
Ghaziabad News : नमाज पढ़ने वालों को जेल भेजने की मांग
दरअसल, शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर और श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज अपने शिष्यों और समर्थकों के साथ मेरठ पहुंचे। जहां वे IIMT कॉलेज मैदान में नमाज पढ़ने वालों को जेल भेजने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे युवा हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही का समर्थन करने आए थे।
इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए यति नरसिंहानंद ने कहा कि विश्वविद्यालयों में कट्टरता फैलाने के षड्यंत्रों का विरोध किया जाना चाहिए। उन्होंने इस मुद्दे पर अपने समर्थन का इजहार करते हुए कहा, हम हर हाल में सचिन सिरोही के साथ हैं। इसका विरोध करने के लिए जो भी कदम उठाना पड़ेगा, हम वह करेंगे। पुलिस को तुरंत ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और विश्वविद्यालय प्रशासन को उन लोगों को निष्कासित करना चाहिए जो इस तरह की गतिविधियों में लिप्त हैं।”
Ghaziabad News : विश्वविद्यालय प्रशासन ने क्या कहा ?
वहीं दूसरी तरफ इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि उनके यहां सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है और नमाज पढ़ना कोई अपराध नहीं है। लेकिन सोशल मीडिया पर इस मामले को लेकर तीव्र बहस चल रही है। कुछ लोग इसे धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार के रूप में देख रहे हैं, जबकि कुछ अन्य इसे सार्वजनिक स्थानों पर धार्मिक गतिविधियों के लिए अनुकूल नहीं मानते।
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