Amroha News : चार लाख की डील, एक लाख में हुई डीलिंग
अमरोहा से एक चौंकाने वाला भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है, जहां सीजीएसटी (CGST) विभाग में तैनात अधीक्षक और एक वकील को कारोबारी से एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए सीबीआई (CBI) की टीम ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। आरोप है कि दोनों ने कारोबारी से पेनल्टी से बचाने के नाम पर पहले चार लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी, लेकिन सौदा एक लाख रुपये में तय हुआ। सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच ने जाल बिछाकर दोनों को रंगेहाथ पकड़ लिया और मंगलवार को विशेष सीबीआई कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
Amroha News : जाने क्या हैं पूरा मामला ?
मामले की शुरुआत अमरोहा निवासी कारोबारी गौरव सिरोही की शिकायत से हुई। गौरव ने सीबीआई को बताया कि कोरोना काल के दौरान उसने अपनी कंपनी का आयकर रिटर्न (ITR) दाखिल कर दिया था, लेकिन उसका जीएसटी नंबर सस्पेंड हो गया था। इसके बाद CGST अमरोहा में तैनात अधीक्षक निशान सिंह ने गौरव से संपर्क किया और बताया कि सस्पेंशन के कारण उस पर 40-50 लाख रुपये की पेनल्टी लग सकती है। इसी सिलसिले में अधीक्षक ने कर अधिवक्ता अंकित खंडेलवाल के जरिए गौरव से चार लाख रुपये की रिश्वत मांगी। बाद में सौदा एक लाख रुपये में तय हो गया, जिसकी शिकायत गौरव ने सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच से कर दी।
सीबीआई ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की और सोमवार को रिश्वत लेते समय अधीक्षक निशान सिंह और वकील अंकित खंडेलवाल को रंगेहाथ पकड़ लिया। दोनों को गिरफ्तार करने के बाद मंगलवार को विशेष सीबीआई अदालत में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। सीबीआई अब मामले की गहन जांच कर रही है ताकि यह पता चल सके कि इस भ्रष्टाचार के तार और किन-किन अधिकारियों या कर्मचारियों से जुड़े हो सकते हैं। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है और सरकारी तंत्र में पारदर्शिता की उम्मीद को मजबूत करती है।
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