Ghaziabad News : भारत की महान समाजसेविका और युगप्रेरणा देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के अवसर पर गाजियाबाद में एक भव्य विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम गीताांजलि वेलफेयर एजुकेशनल समिति के तत्वावधान में परमहंस पब्लिक स्कूल, एम ब्लॉक, सेक्टर-23, संजय नगर में आयोजित हुआ, जिसमें समाज के विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिष्ठित हस्तियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य देवी अहिल्याबाई होलकर के जीवन, उनके कार्यों और समकालीन समाज पर उनके प्रभाव को जन-जन तक पहुंचाना था।
मुख्य अतिथि राज्य महिला आयोग सदस्य मनीषा अहलावत ने कहा कि देवी अहिल्याबाई होलकर का जीवन हर नारी के लिए प्रेरणा है। उनका सेवा भाव, न्यायप्रियता और महिला सशक्तिकरण का दृष्टिकोण आज भी उतना ही प्रासंगिक है। वहीं विशिष्ट अतिथि प्रदीप चौधर, महानगर मीडिया प्रभारी, भाजपा ने कहा किनेतृत्व सत्ता में नहीं, सेवा और समर्पण में होता है यह अहिल्याबाई होलकर ने सिद्ध किया। डॉ. रिचा सूद, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी एवं शिक्षाविद्, ने कहा कि अहिल्याबाई होलकर नारी शक्ति की प्रतीक थीं। उनका जीवन आज की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा देता है।
अन्य वक्ताओं में बबली कसाना, पार्षद शीतल चौधरी, कार्यक्रम संयोजिका वंदना चौधरी, समिति की चेयरमैन रीता चौधरी, वी. के. अग्रवाल, बी. के. हनुमान, अरुण चौधरी भुल्लन, और सिमरन रंधावा शामिल रहे, जिन्होंने अहिल्याबाई होलकर के योगदान को विस्तार से रेखांकित किया और उनके सिद्धांतों को आज के सामाजिक ताने-बाने से जोड़ने की बात कही।
कार्यक्रम के अंत में देवी अहिल्याबाई होलकर के जीवन पर आधारित एक प्रेरणात्मक प्रदर्शनी प्रस्तुत की गई, जिसमें उनके समाज सुधार, महिला शिक्षा, धार्मिक सहिष्णुता और सेवा भावना की झलकियां दर्शाई गईं। सभी अतिथियों को सम्मानित भी किया गया। इस मौके पर पार्षद राजू चौधरी, शिरोमणि त्यागी, कौशल शर्मा, राम गुप्ता एडवोकेट, शबनम खान, पंडित अशोक भारतीय, आशु पंडित, राजकुमार चौधरी, सियाराम यादव, बीपी गर्ग सहित सैकड़ों की संख्या में मातृशक्ति और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
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