UP Politics : समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। उन्होंने करणी सेना को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि “गड़े मुर्दे मत उखाड़ें” और दावा किया कि “हर मंदिर के नीचे बौद्ध मठ हैं।” यह बयान उन्होंने आगामी 19 अप्रैल को पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की आगरा यात्रा से पहले दिया। रामजी लाल सुमन ने यह भी कहा, “तुम कहते हो कि हर मस्जिद के नीचे एक मंदिर है, तो फिर हमें भी कहना पड़ेगा कि हर मंदिर के नीचे एक बौद्ध मठ है। मैदान तैयार है, दो-दो हाथ होंगे।” उनका यह बयान तुरंत ही राजनीतिक और सामाजिक विवाद का कारण बन गया।
UP Politics : राणा सांगा पर टिप्पणी से मचा था बवाल
इससे पहले, 21 मार्च को राज्यसभा में दिए गए अपने भाषण में सुमन ने मुगल सम्राट बाबर और राणा सांगा के इतिहास का जिक्र करते हुए कहा था कि बाबर को भारत बुलाने में राणा सांगा की भूमिका थी। उन्होंने कहा था, “अगर मुसलमान बाबर के वंशज हैं, तो राणा सांगा के वंशज भी गद्दार कहलाएंगे।” इस बयान को लेकर करणी सेना और अन्य राजपूत संगठनों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था।
UP Politics : सुरक्षा के लिए हाई कोर्ट पहुँचे सपा सांसद
राणा सांगा पर दिए बयान के बाद आगरा में रामजी लाल सुमन के घर पर 26 मार्च को कथित हमला हुआ, जिसके बाद उन्होंने अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में उन्होंने केंद्रीय सुरक्षा बल की तैनाती और हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। विवाद बढ़ने के बाद सुमन के आवास के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। करणी सेना सहित अन्य संगठनों ने उनके बयान को अपमानजनक बताते हुए विरोध प्रदर्शन तेज कर दिए हैं। प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प भी देखने को मिली।
UP Politics : माफी मांगने से किया इनकार
मामले के बढ़ते तूल के बावजूद रामजी लाल सुमन ने अपने बयान पर माफी मांगने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि उन्होंने ऐतिहासिक तथ्यों के आधार पर अपनी बात रखी है और इसमें किसी समुदाय विशेष को अपमानित करने का उद्देश्य नहीं था।
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