Ghaziabad News: वैशाली सेक्टर-4 में एक दर्दनाक सड़क हादसे में नगर निगम के सफाई कर्मचारी की जान चली गई। खोड़ा कॉलोनी निवासी 54 वर्षीय आसाराम को 22 जून की सुबह एक तेज रफ्तार मालवाहक वाहन (छोटा हाथी) ने टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल आसाराम को स्थानीय लोगों की मदद से एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान 23 जून की रात उनकी मौत हो गई।
इंदिरापुरम के एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि आसाराम किसी निजी कार्य से वैशाली सेक्टर-4 पहुंचे थे, जहां हादसा हुआ। घटना के बाद आरोपी वाहन चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। एसीपी ने कहा कि जल्द ही आरोपी वाहन और चालक की पहचान कर गिरफ्तारी की जाएगी।
आसाराम की मौत के बाद नगर निगम और खोड़ा क्षेत्र में शोक की लहर है। परिजनों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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Ghaziabad News: जनपद में बीते चार वर्षों में सड़क हादसों का आंकड़ा चिंता का विषय बन गया है। वर्ष 2022 से 2025 तक के आंकड़ों के मुताबिक कुल 1219 लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हुई है, जिनमें से करीब 82 प्रतिशत मौतें वाहनों के पीछे से टक्कर लगने या पैदल यात्रियों के सामने अचानक वाहन आने की वजह से हुईं।
इन चिंताजनक आंकड़ों को देखते हुए गाजियाबाद ट्रैफिक पुलिस ने एक गैर सरकारी संगठन (NGO) की मदद से जिले में हुए हादसों का गहराई से अध्ययन कराया। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि जनपद के 96 ऐसे स्थान हैं जहां 276 लोगों की जान गई है। अब पुलिस इन दुर्घटनास्थलों पर सुधार के उपायों पर मंथन कर रही है।
प्रमुख कारण, खराब सड़क डिजाइन, अतिक्रमण और दृश्यता में बाधा
Ghaziabad News: अध्ययन में सामने आए प्रमुख कारणों में शामिल हैं
1. अनियंत्रित यू-टर्न (मीडियन ओपनिंग)
2. स्ट्रीट लाइट की कमी या खराबी
3. असंगत सड़क संरचना और संकीर्ण पुल
4. सड़क किनारे अतिक्रमण और असमान फुटपाथ
5. मिटे हुए रोड मार्किंग और खराब मोड़ डिज़ाइन
6. बस स्टॉप के पास अनुचित ट्रक पार्किंग
7. झाड़ियों और पेड़ों के कारण दृश्यता में बाधा
8. अनुशासनहीन पार्किंग और संकीर्ण कंधा (साइड स्ट्रिप)
प्रशासनिक कदम, सड़क सुरक्षा समिति और विशेष ट्रैफिक स्टाफ की तैयारी
Ghaziabad News: ट्रैफिक विभाग अब संबंधित विभागों—जैसे नगर निगम, PWD, बिजली विभाग और यातायात अभियंता—के साथ समन्वय बनाकर इन खतरनाक बिंदुओं पर सुधार की योजना बना रहा है। इसके तहत सड़क डिजाइन में सुधार, अतिक्रमण हटाना, बेहतर लाइटिंग और संकेतचिह्नों की व्यवस्था की जाएगी।
साथ ही, ट्रैफिक पुलिस ने जिले के विभिन्न थानों से 50 पुलिसकर्मियों को विशेष रूप से ट्रैफिक ड्यूटी के लिए प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया है। वर्तमान में करीब 750 ट्रैफिककर्मी हैं। नए पुलिसकर्मियों को रात में हाईवे और एक्सप्रेसवे के दुर्घटनाग्रस्त क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा।
