UP News : चोरी या अतिक्रमण पर की जा रही थी कारवाई
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में तैनात ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर (TSI) सुमित वशिष्ठ एक विवाद का केंद्र बन गए हैं, जिन पर एक कपड़े की दुकान से चोरी करने का आरोप लगा है। यह घटना उस वक्त सामने आई जब एक सीसीटीवी वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुआ, जिसमें TSI वशिष्ठ को एक रेडीमेड कपड़ों की दुकान से कपड़ों से भरा थैला उठाकर बाहर जाते हुए देखा जा सकता है। यह वीडियो सामने आते ही शहर में हड़कंप मच गया और सुमित वशिष्ठ की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे। हालांकि इस मामले में अब दोनों पक्षों की कहानी सामने आ रही है, और जांच की मांग तेज हो गई है।
UP News : जानें क्या हैं पूरा मामला ?
मामला मेरठ के पॉपुलर चौराहे से जुड़ा है, जहां TSI सुमित वशिष्ठ की तैनाती है। वायरल वीडियो में उन्हें कपड़ों से भरा थैला लेकर दुकान से बाहर जाते और कुछ समय बाद वापस आकर थैला लौटाते हुए देखा गया। पहली नजर में यह दृश्य चोरी की ओर इशारा करता प्रतीत हुआ, लेकिन जांच से जुड़ी जो जानकारी सामने आई है, वह एक अलग तस्वीर पेश करती है। दरअसल, बताया जा रहा है कि जिस दुकान से टीएसआई थैला लेकर गए, उस दुकान के बाहर अतिक्रमण को हटाने के निर्देश पहले ही कई बार दिए जा चुके थे। दुकानदार बार-बार चेतावनी के बावजूद कार्रवाई नहीं कर रहा था। इसी क्रम में TSI सुमित वशिष्ठ ने दुकान के काउंटर पर रखे कुछ थैले उठाकर चले गए और कुछ ही मिनट बाद वापस आकर दुकानदार को दोबारा चेतावनी दी कि अगर जल्द ही अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो आगे कार्रवाई हो सकती है।
ये देखे वीडियों-
https://x.com/KrantiLokh53958/status/1937439568854470959
इस पूरे घटनाक्रम की पुष्टि दुकान के दूसरी दिशा में लगे सीसीटीवी कैमरे से हुई है, जिसमें पूरा घटनाक्रम साफ-साफ रिकॉर्ड हुआ है। इसके बावजूद यह मामला अब सार्वजनिक चर्चा का विषय बन चुका है और सुमित वशिष्ठ की छवि पर सवाल खड़े हो गए हैं। आम जनता और व्यापारी संगठनों की ओर से मांग की जा रही है कि इस वीडियो की निष्पक्ष जांच करवाई जाए ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह वाकई अनुशासनात्मक कार्रवाई का तरीका था या फिर पद का दुरुपयोग। फिलहाल मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं और पुलिस विभाग इस वीडियो और घटनाक्रम के हर पहलू की समीक्षा कर रहा है।
UP News : इटावा में कथावाचक से जातिगत भेदभाव, सिर मुंडवाकर नाक रगड़ने को किया मजबूर
UP News : भागवत कथा में ब्राह्मण बनकर पहुंचे यादव कथावाचक की पिटाई
उत्तर प्रदेश के इटावा जनपद के बकेवर क्षेत्र के ग्राम दादरपुर में एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जिसमें कथावाचक मुकुट मणि यादव को झूठ बोलकर भागवत कथा करने के आरोप में न सिर्फ पीटा गया, बल्कि उनका सिर मुंडवाकर, नाक रगड़वाकर सार्वजनिक रूप से अपमानित भी किया गया। कथावाचक ने खुद को ब्राह्मण बताया था, जबकि उनकी जाति यादव थी। इस पर ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर उन्हें अपमानित किया, वाद्य यंत्र तोड़े और दो तोले की सोने की चेन भी छीन ली। यह घटना 21 जून की रात की बताई जा रही है, जिसका वीडियो अब इंटरनेट मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है।
UP News : जानें क्या हैं पूरी खबर ?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कथावाचक मुकुट मणि यादव निवासी जवाहरपुरा (थाना सिविल लाइंस, इटावा) अपने सहयोगी संत सिंह यादव (गुड़ा शेरपुर, कानपुर देहात) के साथ पप्पू बाबा के बुलावे पर भागवत कथा कहने गांव दादरपुर पहुंचे थे। ग्रामीणों का आरोप है कि कथावाचक ने स्वयं को ब्राह्मण बताकर झूठ फैलाया और धार्मिक आयोजन में धोखा किया। जब यह सच सामने आया कि वह यादव हैं, तो ग्रामीणों ने दोनों को पकड़कर मारपीट की, उनके सिर और चोटी के बाल काट दिए, एक महिला परीक्षित के सामने नाक रगड़वाकर माफी मंगवाई गई। कथावाचक से 25 हजार रुपये जुर्माने के तौर पर लिए गए और कथित तौर पर उनके आधार कार्ड पर भी दो अलग-अलग पते व नाम पाए गए, जिससे शक और बढ़ गया।
घटना के संबंध में कथावाचक के सहयोगी संत सिंह यादव ने आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पप्पू बाबा, अतुल डीलर समेत 50 अज्ञात लोगों पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 115(2), 309(2), 351(1) और 352 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इस गंभीर मामले में कठोर कार्रवाई की जाएगी। एएसपी सिटी अभयनाथ त्रिपाठी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिनकी निगरानी में अब तक चार लोगों – आशीष तिवारी, उत्तम अवस्थी, प्रथम दुबे और निक्की अवस्थी को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस इस घटना को सांप्रदायिक सौहार्द और सामाजिक मर्यादा के लिहाज से गंभीर मान रही है और जांच तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है।
