Ghaziabad Police : बैंकों में ग्राहकों की पहचान के लिए अपनाई जाने वाली KYC प्रक्रिया को अब गाजियाबाद पुलिस ने अपराध नियंत्रण के लिए लागू किया है। इस नई पहल के तहत इसे नाम दिया गया है KYC (Know Your Criminal)। इस अभियान की शुरुआत गाजियाबाद के नए पुलिस कमिश्नर जे. रविन्द्र गौड़ के नेतृत्व में की गई है, जिनका उद्देश्य है पुलिसिंग को और अधिक प्रभावी तथा डेटा-ड्रिवन बनाना।
Ghaziabad Police : क्या है ‘क्रिमिनल KYC’?
गाजियाबाद पुलिस अब बीते 10 वर्षों में दर्ज अपराधियों का विस्तृत रिकॉर्ड तैयार कर रही है। इस डेटा का विश्लेषण कर यह देखा जाएगा कि कौन से अपराधी सक्रिय हैं और कौन अपराध से दूर हो चुके हैं। जो अपराधी पिछले कुछ वर्षों से आपराधिक गतिविधियों में शामिल नहीं हैं, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई पर रोक लगाई जाएगी, लेकिन जो अपराध में लगातार सक्रिय हैं, उन पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
Ghaziabad Police : बीट पुलिस ऑफिसर की होगी अहम भूमिका
प्रत्येक बीट पुलिस ऑफिसर (BPO) को उनके क्षेत्र में पिछले 10 वर्षों में दर्ज अपराधियों की सूची सौंपी गई है। उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे इन अपराधियों की गतिविधियों पर नज़र रखें और ऐसे अपराधियों की पहचान करें जो अब भी आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त हैं।
Ghaziabad Police : KYC से अपराधियों की बढ़ी मुश्किलें
‘Know Your Criminal’ योजना के लागू होने से गाजियाबाद में अपराधियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अब पुलिस न केवल हर सक्रिय अपराधी पर निगरानी रखेगी, बल्कि उनका डेटा ऑनलाइन उपलब्ध होगा, जिससे वे जनता की नजर से भी नहीं बच पाएंगे। पुलिस के इस अभियान से आपराधिक मानसिकता रखने वालों में खलबली और डर का माहौल बन गया है।
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