Ghaziabad News: वर्षों से साहब के हस्ताक्षर की प्रतीक्षा में धूल फांक रही फाईल। फरियादियों रोज लगा रहे है साहब की टेबल के चक्कर। कभी कभार यदि साहब रास्ता भटककर ऑफिस आ जाए तो फरियादियों के चेहरे खिल जाते है, लेकिन साहब की लेटलतीफी के चलते फरियादियों को सिवाय निराशा के कुछ हाथ नहीं लगता। यह हाल उपजिलाधिकारी अरुण दीक्षित (Arun Dixit PCS) के ऑफिस का है। जहां साहब के हस्ताक्षर की प्रतीक्षी कर रही फाइल टेबल पर पड़ी धूल फांक रही हैं। फरियादी प्रतिदिन साहब के ऑफिस के चक्कर लगाकर थक चुके हैं।
Ghaziabad News: गाजियाबाद जनपद के पीसीएस अधिकारियों की कार्यप्रणाली का यह हाल है कि अधिकारी लोगों को एक अदद हस्ताक्षर के लिए खून के आंसू रुला रहे है। उपजिलाधिकारी गाजियाबाद अरुण दीक्षित (Arun Dixit PCS) के पेशकार मिंटू का भी कमोबेश यही हाल है। हालांकि मिंटू को उपजिलाधिकारी ऑफिस का चार्ज लिए अभी कुछ ही दिन हुए है लेकिन वह भी साहब के काम नहीं करने की नीति से परेशान है। आखिर साहब ऑफिस आते नहीं और जवाब मिंटू जी के पास होता नही। हालत यह है कि अधिकांश फाइलों के स्टेटस के बारे में ना तो साहब को पता है और ना उनके पेशकार मिंटू को संज्ञान है।
Ghaziabad News: ऐसे में यदि किसी फरियादी का कार्य समय से नही होगा तो वह अधिकारी या उसके मातहत काम करने वाले बाबू के सामने रिश्वत की पेशकश करेगा। यहीं से करप्शन का खेल शुरु होता है। क्योंकि जिले के आला अधिकारियों पर कार्य करने की कोई टाइम लिमिट नही होती है। यही कारण है कि फरियादियों भगवान भरोसे हैं और उम्मीद लगा रहे है कि साहब का ट्रांसफर हो जाए और नए अधिकारी उनकी फाइल पर हस्ताक्षर कर दें।
