Ghaziabad News : सिस्टम की लापरवाही से जनता बेहाल
गाजियाबाद से चौंकाने वाली खबर सामने आई हैं। जहां लोनी क्षेत्र में रहने वाले एक व्यक्ति की बिजली कनेक्शन के लिए 18 महीने से जारी जद्दोजहद ने सरकारी सिस्टम की सच्चाई उजागर कर दी है। इलायचीपुर निवासी वीरेंद्र तिवारी ने दो साल पहले अपना नया मकान बनवाया, लेकिन अब तक उन्हें घरेलू बिजली कनेक्शन नहीं मिला। इस दौरान उन्होंने बिजली विभाग के दफ्तरों के कई चक्कर लगाए, भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर से सिफारिश करवाई और अंततः हाईकोर्ट की शरण ली, लेकिन नतीजा शून्य ही रहा।
Ghaziabad News : जाने क्या हैं पूरा मामला ?
वीरेंद्र तिवारी ने बताया कि वह डेढ़ साल से सिर्फ 2 किलोवाट के बिजली कनेक्शन के लिए विभाग के चक्कर काट रहे हैं। उनके घर से मात्र दो पोल की दूरी पर ही बिजली का सरकारी पोल लगा है, बावजूद इसके विभाग ने ₹3,09,580 का एस्टीमेट थमा दिया। जब उन्होंने आपत्ति जताई तो संबंधित जेई द्वारा ₹50,000 की रिश्वत की मांग की गई। वीरेंद्र ने रिश्वत देने से इनकार कर दिया तो उन्हें धमकाया गया और भ्रष्टाचार के आरोपों को झूठा साबित करने की कोशिश की गई। इसके बाद विभाग ने जानबूझकर भारी भरकम एस्टीमेट बनाकर ऑनलाइन अपलोड कर दिया।
पीड़ित का कहना हैं कि इलाके के रामपार्क विद्युत स्टेशन में हर नए कनेक्शन के लिए ₹4,000 से ₹6,000 तक की रिश्वत मांगी जाती है। जनता परेशान है, लेकिन अफसरों की चुप्पी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने भी नौ महीने पहले आदेश दिए थे, लेकिन कनेक्शन नहीं मिला। अंततः नवंबर 2024 में वीरेंद्र ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जहां से 16 अप्रैल 2025 को आदेश आया कि छोटा-मोटा एस्टीमेट बनाकर कनेक्शन दिया जाए। फिर भी बिजली विभाग ने आदेश की अनदेखी की, जिससे पीड़ित का सरकार और सिस्टम पर से भरोसा उठता जा रहा है।
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