UP News : उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में सेना भर्ती का सपना देख रहे सैकड़ों युवाओं के साथ 18 करोड़ रुपये की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। किशनी थाना क्षेत्र के जटपुरा चौराहे पर करीब 30 बीघा जमीन पर एक नकली सैन्य प्रशिक्षण केंद्र संचालित किया जा रहा था, जिसे देखकर कोई भी धोखा खा सकता था। इस फर्जी ट्रेनिंग कैंप का संचालन अरविंद पांडेय और उसकी सहयोगी सुमित्रा सेनापति कर रहे थे, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
UP News : सेना जैसी साज-सज्जा, झूठे सपने
जटपुरा में चल रहे इस कथित ट्रेनिंग सेंटर की बनावट सेना की तर्ज पर की गई थी—यहाँ बड़े टायर, शूटिंग टारगेट, ऊँचे पोल, रस्सियां और सेना जैसे झंडे लगाए गए थे। सेंटर के नाम भी भ्रमित करने वाले थे ‘भारतीय पुलिस प्रोटेक्शन फोर्स (BPPF)’ और ‘हिंदुस्तान रक्षा धर्म। युवाओं से 2 से 4 लाख रुपये लेकर तीन महीने की ट्रेनिंग दी जाती थी, लेकिन अंत में न कोई भर्ती होती और न ही पैसा वापस मिलता। इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब तेलंगाना के अशोक नामक युवक ने यूट्यूब पर भर्ती से जुड़ा वीडियो देखकर सेंटर से संपर्क किया और अपने छह दोस्तों के साथ मैनपुरी पहुंचा। लाखों रुपये वसूलने के बाद भी उन्हें कोई नौकरी नहीं मिली। लगातार मिल रही शिकायतों पर 3 जून 2025 को पुलिस और सर्विलांस टीम ने छापा मारा और अरविंद पांडेय व सुमित्रा सेनापति को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी अरविंद पांडेय कभी खुद को सेना से रिटायर्ड कैप्टन, तो कभी डॉक्टर बताता था। वह यूट्यूब और सोशल मीडिया पर फर्जी वीडियो पोस्ट कर युवाओं को लुभाता था। ट्रेनिंग कैंप में शारीरिक प्रशिक्षण और शूटिंग अभ्यास जैसी गतिविधियां कराकर सब कुछ असली जैसा दिखाया जाता था। लेकिन नौकरी के नाम पर युवाओं को केवल सिक्योरिटी गार्ड की फर्जी पोस्टिंग मिलती, या फिर कुछ भी नहीं। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि अरविंद पहले भी कई फर्जीवाड़ों में शामिल रहा है जैसे कि हिंदुस्तान दंत मंजन नामक नकली टूथपेस्ट ब्रांड, मिस इंडिया प्रतियोगिता, अपना मीडिया चैनल और राजनीतिक पार्टी भी चला चुका है। उसका मकसद केवल लोगों को ठगना रहा है।
UP News : अब तक 400 पीड़ितों की पहचान
पुलिस की अब तक की जांच में 600 से अधिक युवाओं से ठगी की बात सामने आई है। इनमें उत्तर प्रदेश के अलावा तेलंगाना, राजस्थान, उत्तराखंड, हरियाणा और ओडिशा के लोग भी शामिल हैं। आर्मी इंटेलिजेंस की टीम ने भी मैनपुरी पहुंचकर विस्तृत पूछताछ की है। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है। हैरान करने वाली बात यह है कि अरविंद पांडेय हाई स्कूल तक भी पास नहीं है। उसकी मां एक मंदिर में नौकरी करती हैं। बावजूद इसके, सोशल मीडिया और फर्जी वर्दी की ताकत से वह देशभर के युवाओं को झूठे सपने दिखाकर करोड़ों की ठगी करने में कामयाब रहा।
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