RTO Office: शौक के मामले में गाजियाबाद वासियों का भी कोई जवाब नहीं है। आलम यह है कि अपने शौक के लिए गाजियाबाद के लोग किसी भी सीमा तक जा सकते हैं। और फिर अखबारों की सुर्खियाँ बनते हैं। शौक के लिए ऐसी ही दीवानगी का मामला एक बार फिर सामने आया है। गाड़ी के वीआईपी नंबर के शौकीन ऐसे ही एक शख्स ने लाखों रुपये में नंबर की बोली लगाकर सुर्खियाँ बटोरी हैं।
यह है पूरा मामला
RTO Office: गाजियाबाद आरटीओ कार्यालय में तैनात एआरटीओ राहुल श्रीवास्तव ने इसकी जानकारी देते बताया कि यहाँ के लोग वीआईपी नंबर को लेकर बेहद सजग हैं और किसी भी हद तक जा सकते हैं। गाजियाबाद के ऐसे ही एक शख्स ने अपनी गाड़ी के लिए वीआईपी नंबर लेने के लिए सारी हदें पार कर दी। युवक ने एक वीआईपी नंबर पाने के लिए साढ़े तेरह लाख खर्च कर दिए। बता दें कि गाड़ी का 0001 नंबर है। आलम यह था कि यूपी- 14 वाले 0001 नंबर के लिए इस शख्स ने साढ़े तेरह लाख रुपये तक की बोली लगा दी। अंत में इस सख्स को ही यह गाड़ी नंबर अलॉट कर दिया। गया । इतने महंगे दाम पर वीआईपी नंबर की बोली लगने की गाजियाबाद में खासी चचाएँ हैं। लोग कह रहे हैं कि शौक के मामले में गाजियाबादी किसी से कम थोड़े ही हैं।
