UP News : बरेली जिले में उस वक्त हड़कंप मच गया जब यहां लड़की भगाने के आरोपी ने सुसाइड कर जांन दे दी। लेकिन परिजनों का कहना है कि पुलिस ने युवक को थाने बुलाकर पीटा। जिसके चलते वह तीन दिन से गुमसुम था। गुरुवार शाम युवक अपने कमरे में गया। लेकिन जब परिजनों ने खाना खाने के लिए बुलाया तो कोई आवाज नहीं आई। खिड़की से देखा तो युवक फंदे से लटका हुआ था।
UP News : पुलिस पर हत्या का आरोप
युवक को फंदे से लटका देख ग्रामीण और परिजनों ने हंगामा करते हुए पुलिस पर हत्या का आरोप लगा कार्रवाई की मांग की। हंगामे की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने लगी तो परिजनों ने रोक दिया। काफी मशक्कत के बाद अधिकारियों ने परिजनों को समझाकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए नवाबपुरा चौकी प्रभारी राजकुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। पूरा मामला क्योलड़िया थाना क्षेत्र के कला गांव का है।
UP News : अब पढ़े मामला…
दरअसल, कला गांव निवासी अशफाक के 6 लड़कियां और दो लड़के है। बड़ा बेटा सलमान जयपुर में कमाता था। जो कुछ दिन पहले ही घर आया था। मामले में सलमान के पिता अशफाक का कहना है कि क्यों लड़िया थाने के इंस्पेक्टर क्राइम श्रवण कुमार ने बेटे सलमान को 26 अप्रैल को थाने बुलाया था। बेटे को पूछताछ के लिए अंदर ले जाकर पीटा। जिस वक्त इंस्पेक्टर उनके बेटे को पीट रहे थे, उस समय थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार भी मौजूद थे। उन्होंने भी बेटे को धमकाया। प्रधान के साथ मैं थाने गया तो उसे पुलिस ने छोड़ दिया। बेटे की पीठ और कंधे काले पड़ गए थे। पिटाई के गहरे जख्म दिख रहे थे। तीन दिन तक बेटा गुमसुम रहा। गुरुवार शाम फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया।
UP News : मामले में पुलिस क्या बोली ?
मामले में SP नार्थ मुकेश मिश्र का कहना है कि नाबालिग लड़की के गायब होने के बाद जब उसके नंबर की CDR निकाली गई, तो उसमें सलमान का नंबर मिला था। वह अलग-अलग नंबरों से लड़की से बात करता था। इसी को लेकर पूछताछ के लिए उसे 27 अप्रैल को परिवार के साथ थाने बुलाया गया। इंस्पेक्टर पर लगे आरोपों की जांच कराई जाएगी। जांच में देरी और लापरवाही के आरोपों में नवाबपुरा चौकी प्रभारी राजकुमार सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है।
