Ghaziabad News : गाजियाबाद सहित पूरे प्रदेश में बिजली के निजीकरण के खिलाफ बिजली कर्मचारियों ने शुक्रवार को ज़ोरदार प्रदर्शन करते हुए बाइक रैली निकाली। यह आंदोलन पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगमों के निजीकरण के विरोध में चल रहे पांच महीने लंबे विरोध का अगला चरण है। रैली के माध्यम से कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
Ghaziabad News : राजधानी में होगा क्रमिक अनशन
संघर्ष समिति ने घोषणा करते हुए कहा कि आंदोलन के अगले चरण में 2 मई से राजधानी लखनऊ के शक्ति भवन पर सात दिवसीय क्रमिक अनशन शुरू किया जाएगा। साथ ही प्रदेश के विभिन्न जिलों में भी बिजली कर्मचारी अनशन कर ज्ञापन सौंपेंगे। संघर्ष समिति ने विद्युत वितरण निगमों से संविदा कर्मियों को हटाए जाने के आदेश को अमानवीय करार देते हुए तुरंत वापस लेने की मांग की है। समिति का कहना है कि इन कर्मचारियों में कई दिव्यांग और लंबे समय से सेवा दे रहे कर्मी भी शामिल हैं, जिन्हें इस प्रकार बाहर करना उचित नहीं है। उन्होंने ऊर्जा मंत्री से इस मुद्दे में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
Ghaziabad News : समझौतों का हो रहा उल्लंघन
समिति ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार पूर्व में हुए समझौतों का उल्लंघन कर रही है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और पूर्व ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के साथ हुए समझौतों के बावजूद 42 जनपदों में बिजली वितरण प्रणाली का निजीकरण किया जा रहा है। कर्मचारियों का कहना है कि पावर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष द्वारा संघर्ष समिति से संवाद न कर केवल निजी कंसल्टेंट फर्म से संपर्क करना दुर्भाग्यपूर्ण है।
Ghaziabad News : गाजियाबाद में निकली बाइक रैली
गाजियाबाद में यह बाइक रैली स्काडा ट्रेनिंग सेंटर, ए ब्लॉक कविनगर से शुरू होकर हापुड़ रोड होते हुए कचहरी, सी ब्लॉक कविनगर से गुजरी और पुनः स्काडा सेंटर पर समाप्त हुई। रैली में भाग लेने वाले बिजली कर्मियों ने निजीकरण विरोधी बैनर और हेलमेट-बाइकों पर नुकसान दर्शाने वाले स्टिकर लगाए हुए थे। संघर्ष समिति ने सरकार को चेताया कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो गर्मी के इस मौसम में आंदोलन और उग्र हो सकता है।
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