Meerut News : मेरठ जिले के लावड़ गांव में दलित महिलाओं के साथ पुलिस की बर्बरता का मामला तूल पकड़ता दिखाई पड़ रहा है। दरअसल, 7 मई को दो भाइयों के बीच जमीन विवाद की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस पर आरोप है कि उन्होंने महिलाओं को घर के बाहर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और उनके गहने छीने। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद स्थानीय लोगों के साथ भीम आर्मी, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने घटना के विरोध में धरना प्रदर्शन किया।
Meerut News : पहले पढ़े पूरा मामला
मामला 7 मई का है, लावड़ गांव में अनिल और सुशील नामक दो भाइयों के बीच मकान विवाद की सूचना पर पुलिस पहुंची थी। पुलिस दोनों को थाने ले जाने का प्रयास कर रही थी, लेकिन परिवार की महिलाओं ने इसका विरोध किया। पीड़ित कविता के अनुसार, “जब हमने पुलिस से पूछा कि क्यों ले जा रहे हो, तो वे बहस करने लगे और बोले कि अब बताता हूं। फिर बाइक से लाठी-डंडे निकालकर हमें दौड़ा-दौड़ाकर मारा। मेरी जेठानी, सास और मुझे बहुत पीटा। इसके बाद सभी को खींचकर थाने ले गए। सोने-चांदी के गहने छीन लिए। आरोप है कि पुलिस ने उल्टा अनिल और सुशील पर ही बलवे समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। फिर दोनों भाइयों और उनकी मां को जेल भेज दिया था। पूरी घटना का वीडियो मोहल्ले वालों ने बनाकर SSP को सौंपा था। साथ ही भीम आर्मी ने कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी थी।
Meerut News : एसपी ने की कार्रवाई
गंभीर विरोध और वीडियो सामने आने के बाद मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इंचौली थाना प्रभारी नितिन पांडेय, लावड़ चौकी प्रभारी इंद्रेश विक्रम सिंह, दरोगा सुमित गुप्ता और पवन सैनी और सिपाही वसीम को लाइन हाजिर कर दिया है। साथ ही इन सभी के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिए।
Meerut News : सपा विधायक ने SSP ऑफिस पर किया था प्रदर्शन
इस मामले में 10 मई को सरधना से सपा पार्टी के विधायक अतुल प्रधान पीड़ित महिलाओं को लेकर SSP दफ्तर पहुंचे थे। जहां उन्होंने SSP क्राइम को अपना शिकायती पत्र देते हुए महिलाओं के साथ मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी पीड़ित परिवार से फोन पर बात कर पूरे मामले पर गुस्सा जताया था।
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