Ghaziabad News : छोटी राशि होने के कारण किसी ने नहीं दिया ध्यान
गाजियाबाद से चौंकाने वाली खबर सामने आई हैं। दरअसल राम मंदिर के लिए प्रसाद भेजने के नाम पर करोड़ों की ठगी की गई जिसमें सोसायटी के कई लोगों को शिकार बनाया गया। अयोध्या पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी आशीष के परिवार का गाजियाबाद में एक फ्लैट है लेकिन उसे कभी किसी ने नहीं देखा। लोगों ने प्रसाद बुक कराया था पर मिला नहीं जिससे छोटे स्तर पर हुई ठगी का पता नहीं चला। प्रतिष्ठान महोत्सव का प्रसाद ऑनलाइन भेजने के नाम पर छह लाख से अधिक लोगों से करोड़ की ठगी करने वाले आरोपित इंदिरापुरम की विंडसर पार्क सोसायटी का रहने वाला था। सोसायटी के कई लोग भी ठगी का शिकार हुए। लोगों ने ऑनलाइन प्रसाद बुक कराया था, लेकिन आज तक भी उन्हें प्रसाद नहीं मिला। सोसायटी में जब अयोध्या पुलिस पहुंची तब इस ठगी के पूरे प्रकरण का पता चला।
Ghaziabad News : जाने क्या हैं पूरा मामला ?
विंडसर पार्क सोसायटी के लोगों ने बताया कि 2007 में यह सोसायटी बनी थी। करीब 15 साल पहले ही आशीष का परिवार फ्लैट खरीदकर यहां रहने के लिए आया था। आशीष के माता पिता का यहां पर फ्लैट है। पिता का निधन होने के बाद से मां अकेले रहती थीं। पिछने करीब छह माह से वह अमेरिका में रह रही हैं। उनका एक बेटा आशीष और एक बेटी हैं। लोगों के मुताबिक वह दोनों भी अमेरिका में ही रहते है। आज तक किसी ने आशीष को नहीं देखा है। उनका फ्लैट तीन कमरों का है। जिसमें दो कमरे बंद हैं और एक को किराये पर दिया हुआ है। पिछले सप्ताह ही उनकी मां ने बिजली बिल रिचार्ज करने के लिए ऑनलाइन 50 हजार रुपये को सोसायटी के खाते में ट्रांसफर किया था।
मई माह में अयोध्या पुलिस सोसायटी में आई तो पता चला कि आशीष ने वेबसाइट बनाकर प्रसाद भेजने के नाम पर तीन करोड़ 85 लाख 55 हजार रुपये की ठगी की थी। उसके बारे में पुलिस ने जानकारी एकत्र की, लेकिन सोसायटी से कोई अहम सुराग नहीं मिला। बातचीत में स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ लोगों ने प्रसाद के लिए बुकिंग की थी, लेकिन प्रसाद अभी तक प्राप्त नहीं हुआ। राशि छोटी थी तो किसी का ध्यान ज्यादा नहीं गया। पुलिस के आने पर पता चला कि 50 से 100 रुपये श्रद्धालुओं से लेकर इतनी बड़ी ठगी को अंजाम दिया गया है। हालांकि इस बारे में कही कोई शिकायत लोगों ने नहीं की है।
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