Ghaziabad News: राजनगर एक्सटेंशन स्थित निलाया ग्रीन सोसाइटी में दूषित पेयजल आपूर्ति की शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बृहस्पतिवार को सोसाइटी में पहुंचकर जांच की। टीम ने ओवरहेड और अंडरग्राउंड टैंक से कुल पांच नमूने लिए। प्रारंभिक जांच में पानी में टीडीएस का स्तर 815 पाया गया, जो सामान्य से अधिक है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पानी में टीडीएस (टोटल डिजॉल्व्ड सॉलिड्स) का सामान्य स्तर 500 mg/L तक होना चाहिए, जबकि निलाया ग्रीन सोसाइटी में यह 815 mg/L पाया गया। उच्च टीडीएस स्तर से पानी का स्वाद और गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है, और यह स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो सकता है।स्वास्थ्य विभाग ने सोसाइटी में क्लोरीन डोजर सिस्टम की जांच करने का निर्णय लिया है। यदि खामी पाई जाती है, तो संबंधित एओए और बिल्डर पर विधिक कार्रवाई की संस्तुति की जाएग। निलाया ग्रीन सोसाइटी के निवासियों ने पहले भी जल आपूर्ति की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें की थीं। स्थानीय लोगों का कहना है कि दूषित पानी के कारण उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
पानी में टीडीएसका सामान्य स्तर 500 mg/L तक होना चाहिए
Ghaziabad News: पानी में टीडीएस का सामान्य स्तर 500 mg/L तक होना चाहिए। यह सीमा भारत के Bureau of Indian Standards (BIS) द्वारा निर्धारित की गई है, जो पीने के पानी की गुणवत्ता के लिए मानक तय करता है। यदि कोई बेहतर जल स्रोत उपलब्ध नहीं है, तो यह सीमा 2000 mg/L तक बढ़ाई जा सकती है, लेकिन ऐसा पानी स्वाद में खराब हो सकता है और लंबे समय तक इसके सेवन से स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है।
ग़ाज़ियाबाद में पिने वाले पानी का टीडीएस गंभीर स्तिथि में
Ghaziabad News: गाजियाबाद में पीने योग्य पानी की गुणवत्ता एक गंभीर संकट का रूप ले चुकी है, विशेषकर पानी में कुल घुलित ठोस पदार्थों यानि टीडीएस के अत्यधिक स्तर के कारण। यह समस्या स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है।हाल ही में स्वास्थ्य विभाग ने 30 दिन में वाॅटर प्लांट, दुकान व होटल सहित अन्य स्थानों से पानी के 162 नमूने लेकर जांच के लिए भेजे थे। इन जांचो की रिपोर्ट आने के बाद पाया गया था की , आरओ प्लांट सहित 21 स्थानाें का पानी दूषित है । यानी कि यह पीने लायक नहीं है । कहीं पानी में बैक्टीरिया मिला था तो कहीं पर टीडीएस की मात्रा अधिक पाई गई थी ।
