Ghaziabad News : गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच और थाना लोनी पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए झारखंड से स्मैक की तस्करी कर ला रहे दो अंतर्राज्यीय तस्करों को 320 ग्राम स्मैक के साथ निठौरा अंडरपास, थाना लोनी क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। बरामद स्मैक की अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत करीब32 लाख रुपये है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान विनोद कुमार डांगी (उम्र 19 वर्ष, निवासी जिला चतरा, झारखंड) और अमित वर्मा (उम्र 24 वर्ष, मूल निवासी झांसी, वर्तमान में ट्रोनिका सिटी, गाजियाबाद) के रूप में हुई है। दोनों आरोपियों पर पहले भी गाजियाबाद में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज हैं।
Ghaziabad News : कैसे करते थे तस्करी?
पूछताछ के दौरान मुख्य आरोपी विनोद कुमार डांगी ने बताया कि वह झारखंड के चतरा जिले का रहने वाला है और शुरुआत में खेती-बाड़ी व मजदूरी करता था। आर्थिक तंगी के कारण वह स्मैक तस्कर सुनील मुंडा के संपर्क में आया और स्मैक की तस्करी झारखंड से लेकर उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब और दिल्ली-एनसीआर तक करने लगा। वह डिमांड के मुताबिक तस्करी करता था और हर ट्रिप में उसे ₹15,000 से ₹20,000 की आमदनी होती थी।
दूसरा आरोपी अमित वर्मा, मूल रूप से झांसी का रहने वाला है। उसने बताया कि पिता की मृत्यु के बाद वह गाजियाबाद शिफ्ट हुआ और यहीं उसकी मुलाकात दिल्ली के शाहदरा निवासी सोनू उर्फ सलीम से हुई जो खुद स्मैक की तस्करी करता था। धीरे-धीरे अमित ने भी इस धंधे में कदम रखा और फिर विनोद कुमार के संपर्क में आ गया। दोनों ने बाद में तस्करी का अपना नेटवर्क बना लिया और स्वतंत्र रूप से काम शुरू कर दिया।
Ghaziabad News : बस-ट्रेन से करते थे सफर
आरोपियों ने खुलासा किया कि वे बस और ट्रेनों से लगातार मार्ग बदलते रहते थे ताकि पुलिस की नजरों से बच सकें। डिलीवरी देने से पहले ही स्थान और समय तय कर लिया जाता था। डिलीवरी के समय तक वे किसी से फोन पर संपर्क नहीं करते थे। दोनों ने यह स्वीकार किया कि कम समय में ज्यादा मुनाफा होने के कारण वे इस खतरनाक काम में लिप्त हो गए थे।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान दोनों तस्करों ने कई अन्य तस्करों के बारे में अहम जानकारियां दी हैं, जिनके आधार पर अलग-अलग टीमों को गठित कर दबिश दी जा रही है।
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