Ghaziabad News: साइबर फ्रॉड करने वाले हर वक्त कोई ना कोई नया तरीका निकालते रहते हैं. कभी आधार के नाम पर फ्रॉड तो कभी लोन देने के नाम पर फ्रॉड… अब इन दिनों लोगों के साथ शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी हो रही ह।अगर आप भी शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते हैं, तो आपको सावधान होने की जरूरत है।हाल ही में एक खबर ग़ाज़ियाबाद से सामने आई है जिसमे शख्स को शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 45लाख रुपए का चूना लगा है।
आइये जानते है पूरा मामला
Ghaziabad News: साइबर अपराधियों ने इंदिरापुरम निवासी पुष्पेंद्र सिंह से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 45.45 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित को मोटे मुनाफे और आईपीओ में निश्चित आवंटन का भरोसा दिया गया।बताया गया कि उनसे 31 मार्च से 18 अप्रैल के बीच 12 बार में विभिन्न बैंक खातों में धनराशि ट्रांसफर कराई गई। जब उन्होंने रुपये निकालने चाहे तो ठगों ने अतिरिक्त धनराशि जमा करने की मांग की। परेशान होकर पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।आपको बता दें की पुष्पेंद्र को 17 फरवरी को ए604 धानी ग्रोथ क्लब नामक वाट्सऐप ग्रुप में जोड़ा गया था। ग्रुप में 111 सदस्य और दो एडमिन थे। आरोपितों ने खुद को धानी स्टॉक्स लिमिटेड से जुड़ा हुआ बताया। ग्रुप में रोजाना शेयर ट्रेडिंग टिप्स दिए जाते थे। इसके बाद पीड़ित को लिंक भेजकर एप डाउनलोड कराया गया। वहीं, 17 अप्रैल को उन्हें एक ई-मेल प्राप्त हुआ जिसमें दावा किया गया कि उनके नाम पर 20 लाख रुपये का लोन स्वीकृत हुआ है। यह राशि सीधे उनके ट्रेडिंग एप खाते में जोड़ी गई। लेकिन वास्तव में यह धनराशि उन्हें प्राप्त नहीं हुई।आपको बता दें की बाद में एप से निकासी बंद कर दी गई और उनसे 20.30 लाख रुपये और जमा करने को कहा गया, जिसके बाद ही निकासी संभव बताई गई। पीड़ित ने परेशान होकर पुलिस से मामले की शिकायत करते हुए आरोपितों पर कार्रवाई की मांग की है।
पहले भी आते रहे है फ्रॉड के मामले
Ghaziabad News: लोगों के साथ टेलीग्राम ग्रुप्स में शेयर ट्रेडिंग या म्यूचुअल फंड में इंवेस्टमेंट के नाम पर पहले भी कई तरह के साइबर फ्रॉड होते रहे हैं. लोगों को टेलीग्राम ग्रुप्स पर शेयर ट्रेडिंग के टास्क दिए जाते हैं. इसमें मोटे इंवेस्टमेंट के नाम पर अच्छे रिटर्न का वादा किया जाता है. कुछ दिन लोगों को उनके इंवेस्टमेंट पर अच्छा रिटर्न मिलता हुआ दिखाया जाता ह। इसके लिए उनके साथ स्टॉक ट्रेडिंग और उस पर रिटर्न के स्क्रीनशॉट शेयर किए जाते है। इससे व्यक्ति को लगता है कि उसके इंवेस्टमेंट पर अच्छा रिटर्न आ रहा है और लालच में आकर वह स्कीम या शेयर्स में और पैसा निवेश करने के लिए भेज देता है. लेकिन ग्राहक के साथ सिर्फ स्क्रीनशॉट ही शेयर किए जाते हैं, उसे असलियत में रिटर्न कभी नहीं मिलत। फिर अचानक से वह टेलीग्राम ग्रुप रिस्पॉन्स देना बंद कर देता है और लोगों को बाद में उनके साथ स्कैम होने का पता चलता ह।
