Ghaziabad News: गाजियाबाद के जिला एमएमजी अस्पताल में हीट वेव वार्ड शुक्रवार को सक्रिय हो गया है। 25 दिन पहले स्थापित 20 बेड वाले इस वार्ड में पहली बार एक मरीज को भर्ती किया गया है। गर्मी की तीव्र लहरों के चलते विजयनगर निवासी एक किशोरी की तबीयत बिगड़ गई, जिसे इमरजेंसी में लाने के बाद हीट वेव वार्ड में भर्ती किया गया।
फिजिशियन डॉ. संतराम वर्मा के अनुसार, दिव्यांशी नाम की यह किशोरी बृहस्पतिवार को अपने रिश्तेदार के घर जा रही थी। तेज धूप में कई घंटे तक रहने से उसका शरीर बुरी तरह प्रभावित हो गया और उसका तापमान 106 डिग्री फारेनहाइट तक पहुंच गया। बेहोशी की हालत में लाकर उसे तत्काल इलाज शुरू किया गया। फिलहाल उसकी हालत में सुधार हो रहा है।
इसके अलावा वार्ड में उल्टी-दस्त से पीड़ित चार अन्य मरीजों को भी भर्ती किया गया है। वहीं, संयुक्त अस्पताल में भी पांच से अधिक मरीजों को हीट वेव से संबंधित लक्षणों के चलते उपचार दिया जा रहा है।आपको बता दें कि शासन स्तर से हीट वेव को लेकर गाजियाबाद और बुलंदशहर समेत 25 जिले अतिसंवेदनशील है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक डा. पिंकी जोवल पूर्व में इन जिलों के डीएम और सीएमओ को पत्र जारी करके दिशा निर्देश जारी कर चुकी हैं । पांच जिला अस्पताल और छह सीएचसी में कोल्ड रूम गये हैं। कोल्ड रूम बनाने पर 50 लाख रुपये खर्च किए गए है।
बताया गया कि यह बजट नेशनल प्रोग्राम फार क्लाइमेट चेंज एंड हयूमन हेल्थ (एनपीसीसीएच) कार्यक्रम के तहत जारी किया गया है। शासन की रिपोर्ट के अनुसार पिछले वर्ष गाजियाबाद में 656 और बुलंदशहर में 826 हीट स्ट्रोक के केस मिले थे। गाजियाबाद में हीट वेव से आन रिकार्ड 21 लोगों की मौत भी हुई थी। प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग ने हीट वेव को लेकर एडवायजरी जारी कर दी है।
मई में भयंकर गर्मीं
Ghaziabad News: गर्मी सताने लगी है। मई में गर्मी की वजह से बुरा हाल देखकर स्वास्थ्य विभाग ने हीट वेव ( लू )को लेकर एडवाइजरी जारी की है। प्रशासन भी रोज बैठक ले रहा है। 11 बजे से चार बजे के बीच धूप में न निकलने की सलाह दी गई है। आपको बता दें की सीएमओ डा.अखिलेश मोहन ने बताया कि लू चलने के बाद शरीर में कई प्रकार की बीमारी पनपने लगती है। यह हानिकारक होती हैं। हीट वेव से लोगों को चक्कर आना, सिर दर्द, उबकाई, पसीना आना, मूर्छा आना, शरीर में पानी की कमी दस्त होना, उल्टी, पेट दर्द जैसे रोग होने लगते है। ऐसे में तुरंत डाक्टर को दिखाना जरूरी है। अधिक से अधिक पानी पीएं, यात्रा के दौरान पानी जरूर पीएं, ओआरएस का घोल साथ रखें। धूप में निकलने से पहले हल्के कपड़े से शरीर को ढक ले, धूप में चश्मे लगाएं, इसके साथ लू से बचने के लिए घरों में ठंडा पानी रखे, सूर्य की रोशनी तथा उष्ण हवा को रोकने के उचित प्रबंध करें, दिन मे खिड़कियां दरवाजे बंद रखे। शरीर का तापमान को कम रखने के लिए पंखे और गीले कपड़े का प्रयोग जरूर करें।
पिछले साल भीषण रहा हीट स्ट्रोक का असर
Ghaziabad News: शासन की रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2024 में गाजियाबाद में 656 और बुलंदशहर में 826 हीट स्ट्रोक के मामले सामने आए थे। गाजियाबाद में हीट वेव से 21 लोगों की मौत भी दर्ज की गई थी। आपको बता दें की स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने नागरिकों के लिए एडवायजरी जारी की है, जिसमें दोपहर के समय बाहर निकलने से बचने, हल्के और ढीले कपड़े पहनने, अधिक मात्रा में पानी पीने और लक्षण दिखने पर तुरंत अस्पताल पहुंचने की सलाह दी गई है।
