मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को इस संदर्भ में निर्देश जारी करते हुए कहा है की बाढ़ प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर रखने के लिए शरणालय बनाए जाएंगे, जहां उन्हें तीन समय भोजन और नाश्ता उपलब्ध कराया जाएगा। नावों की व्यवस्था की जाएगी और सेवा देने वाले नाविकों को 24 घंटे के अंदर भुगतान किया जाएगा। बाढ़ वाले स्थानों से पानी निकासी की व्यवस्था की जाएगी ताकि स्थिति नियंत्रित रह सके और साफ पानी के लिए दवाओं का इंतजाम किया जाएगा। इसके अलावा पशुओं की सुरक्षा को लेकर भी सरकार गंभीर है। बाढ़ से पहले ही उनका टीकाकरण सुनिश्चित किया जाएगा। ।
बाढ़ प्रभावितों को जो राहत किट दी जाएगी, उसमें लाई, चना, भूना चना, चीनी, बिस्कुट, माचिस, मोमबत्ती, नहाने का साबुन, ढक्कन वाली बाल्टी, तिरपाल, आटा, चावल, आलू (10-10 किलो), अरहर दाल (दो किलो), हल्दी (200 ग्राम), मिर्च (100 ग्राम), सब्जी मसाला (200 ग्राम), सरसों का तेल (एक लीटर), नमक (एक किलो), सैनिटरी पैड (20), कपड़े धोने का साबुन, तौलिया, सूती कपड़ा , 20 डिस्पोजल बैग, एक मग और डेटॉल या सेवलान (100 मिली) शामिल होगा।
