UP Police News : उत्तर प्रदेश के संभल जिले में बीते कुछ दिनों से जारी घटनाक्रम और सुरक्षा स्थितियों के बीच पुलिस महकमे में एक बड़ा फेरबदल देखने को मिला है। संभल के सर्कल ऑफिसर (CO) पद पर तैनात अनुज चौधरी का तबादला कर दिया गया और अब उनकी जगह यह जिम्मेदारी आईपीएस आलोक कुमार भाटी को सौंपी गई है। अनुज चौधरी को अब चंदौसी सर्किल का CO नियुक्त किया गया है, जबकि संभल के नए CO के तौर पर सहायक पुलिस अधीक्षक (ASP)** आलोक भाटी को तैनात किया गया है।
UP Police News : कौन हैं IPS आलोक कुमार भाटी?
आलोक कुमार भाटी, 2022 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। जो मूल रूप से गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) के निवासी हैं। उनके पिता का नाम अजित सिंह है। आलोक का जन्म 28 नवंबर 1994 को हुआ था। उन्होंने इकोनॉमिक्स में बीए ऑनर्स किया और फिर पोस्ट ग्रेजुएशन (एमए) भी इसी विषय में पूरी की। कॉलेज के दिनों से ही आलोक ने UPSC की तैयारी शुरू कर दी थी और कड़ी मेहनत के बल पर उन्होंने सफलता हासिल की। अब बतौर ASP उन्हें उत्तर प्रदेश के संवेदनशील जिले संभल की कमान दी गई है, जहाँ कानून-व्यवस्था को संभालना किसी चुनौती से कम नहीं है।
UP Police News : अनुज चौधरी क्यों रहे सुर्खियों में?
संभल के पूर्व CO अनुज चौधरी बीते दिनों होली और जुमे की नमाज एक ही दिन पड़ने के चलते सुरक्षा व्यवस्था और अपने साहसिक बयानों को लेकर सुर्खियों में थे। उन्होंने बयान दिया था कि होली साल में एक बार आती है, जुमे की नमाज 52 बार। अगर किसी को होली के रंगों से परहेज है तो वे उस दिन घर पर रहें। इसके अलावा संभल हिंसा के दौरान उन्होंने कहा था कि हम मरने के लिए भर्ती नहीं हुए हैं। उनके इन बयानों पर राजनीतिक हलकों में काफी चर्चा रही थी।
UP Police News : पूर्व पहलवान से पुलिस अधिकारी तक का सफर
आपको बता दें कि अनुज चौधरी की पहचान केवल एक पुलिस अधिकारी की नहीं, बल्कि एक पूर्व अंतरराष्ट्रीय पहलवान के तौर पर भी है। वह मुजफ्फरनगर के बहेड़ी गांव के रहने वाले हैं और 1997 से 2014 तक वह राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियन रहे और नेशनल गेम्स 2002 व 2010 में उन्होंने दो रजत पदक जीते हैं। अनुज चौधरी ने शियाई चैंपियनशिप (2005-2009) में भी पदक हासिल किए हैं। साल 2010 के नई दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में अनुज ने रजत पदक भी जीता है और 2004 के एथेंस ओलंपिक में उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व भी किया है. अनुज को शेर-ए-हिंद, भारत कुमार, उत्तर प्रदेश केसरी और वीर अभिमन्यु जैसे प्रतिष्ठित खिताब भी मिले हैं।
वहीं दूसरी तरफ बात अगर संभल जिले की करें तो ये एक संवेदनशील जिला है जहाँ अक्सर धार्मिक आयोजनों, सांप्रदायिक घटनाओं और जन आंदोलनों को लेकर सतर्कता बनाए रखना पड़ता है। ऐसे में आईपीएस आलोक भाटी की नियुक्ति एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है। अब देखना होगा कि युवा अधिकारी आलोक भाटी किस तरह से जिले में शांति, सुरक्षा और समरसता बनाए रखते हैं।
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