Operation Sindoor: भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में स्थित जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी शिविरों पर सटीक हमले किए। इस अभियान की जानकारी देने के लिए विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री, विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी ने संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग की। उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई पहलगाम हमले के प्रतिशोध में की गई, जिसमें सेना ने रात 1:05 से 1:30 बजे के बीच 25 मिनट के भीतर 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। इस दौरान लॉन्चपैड्स और ट्रेनिंग सेंटर्स को निशाना बनाया गया।
पाकिस्तान के आतंकी हमले का जवाब देना था जरूरी भारत ने अपने आत्मरक्षा के अधिकार का करा प्रयोग
Operation Sindoor: 1 विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने अपने आत्मरक्षा के अधिकार का प्रयोग करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकवादी ठिकानों पर लक्षित हमले किए।
2 इस हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की मृत्यु हुई थी, जो 26/11 के बाद भारत में सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है। भारत सरकार ने इस हमले के लिए पाकिस्तान स्थित आतंकवादी नेटवर्क को जिम्मेदार ठहराया है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाने की अपील की है।
3 विदेश सचिव ने कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले से देश में आक्रोश है। भारत सरकार ने पाकिस्तान के संबंधों को लेकर कुछ कड़े कदम उठाए। पहलगाम आतंकी हमले के अपराधियों को और साजिशकर्ताओं को न्याय के कठघरे में लाना बेहद जरूरी था।
4 पाकिस्तान पल्ला झाड़ने और आरोप लगाने में ही व्यस्त रहा है। पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों के बारे में हमें सूचना मिली कि आतंकी और हमले कर सकते हैं, ऐसे में इन्हें रोकना जरूरी था।
पाकिस्तान चाहता है जम्मू कश्मीर को पिछड़ा बनाना
Operation Sindoor: विदेश सचिव मिस्री ने कहा कि पहलगाम में हुआ आतंकी हमला न केवल कायरतापूर्ण था, बल्कि इसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में शांति और विकास को बाधित करना था। इस हमले में आतंकियों ने निर्दोष पर्यटकों को उनके परिवारों के सामने बेरहमी से मार डाला, और महिलाओं से कहा कि वे इस भयावह घटना की जानकारी अपनी सरकार को दें। यह हमला जम्मू-कश्मीर में बढ़ते पर्यटन और सामान्य स्थिति को अस्थिर करने के लिए किया गया था, जहां पिछले वर्ष सवा दो करोड़ से अधिक पर्यटक आए थे। पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा किया गया यह हमला क्षेत्र की प्रगति को रोकने और जम्मू-कश्मीर को पिछड़ेपन की ओर धकेलने का प्रयास था।
कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की प्रेस ब्रीफिंग
Operation Sindoor: कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि 6 और 7 मई की रात को भारतीय सेना ने जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन के ठिकानों को कैसे तबाह किया। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में पहला हमला सवाई नाला, मुजफ्फराबाद में लश्कर-ए-तैयबा के ट्रेनिंग सेंटर पर किया गया था। सोनमर्ग, गुलमर्ग और पहलगाम हमलों के आतंकियों ने यहीं ट्रेनिंग ली थी। सेना ने इस ट्रेनिंग सेंटर को पूरी तरह से नष्ट कर दिया ।
रात में कैसे हुआ हमला?
Operation Sindoor: कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि रात 1:03 से 1:30 बजे के बीच ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया गया, जिसका उद्देश्य पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए भारतीय पर्यटकों के परिजनों को न्याय दिलाना था। कर्नल सोफिया ने कहा कि पाकिस्तान में तीन दशकों से आतंकवादियों का निर्माण हो रहा है। पाकिस्तान और पीओके में नौ टारगेट पहचाने गए थे और इन्हें हमने तबाह कर दिया। लॉन्चपैड और ट्रेनिंग सेंटर्स टारगेट किए गए।
