भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला पूरा कर लिया है. मंगलवार की रात पाकिस्तान और पीओके स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर बड़ी सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। हिंदुस्तान ने आतंकियों पर की गई इस कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम दिया है. इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के न तो किसी सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचाया गया है और न ही आम नागरिकों को टारगेट किया गया है. भारत की ओर से पाकिस्तान में स्थित आतंकी अड्डों पर बम गिराए गए हैं.
मीटिंग में पहुंचे शहबाज शरीफ
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में किए गए लक्षित हमलों ने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर कठघरे में खड़ा कर दिया है। इन हमलों के बाद इस्लामाबाद में बुलाई गई नेशनल सिक्योरिटी कमेटी की बैठक में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की स्थिति तनावपूर्ण रही। बैठक में सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर भी मौजूद थे, जिन पर पहलगाम आतंकी हमले की साजिश रचने का आरोप है। पाकिस्तान के भीतर भी उनके खिलाफ विरोध के स्वर उठने लगे हैं। भारत की इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है, जबकि पंजाब प्रांत को छोड़कर अन्य क्षेत्रों में स्कूल खुले रखने का निर्णय लिया गया है।
पाकिस्तान के पंजाब में इमरजेंसी
भारत की हालिया सैन्य कार्रवाई से पाकिस्तान में भारी उथल-पुथल मच गई है, जिसके चलते पंजाब प्रांत में आपातकाल की घोषणा करनी पड़ी है। पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने मौजूदा हालात को देखते हुए पूरे प्रांत में इमरजेंसी लागू कर दी है, और बुधवार के लिए सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। भारत की एयरस्ट्राइक में पाकिस्तान की ओर से 26 लोगों की मौत और 46 से ज्यादा लोगों घायल होने की पुष्टि की गई है। पाकिस्तान में बहावलपुर स्थित जैश के मुख्यालय को इस हमले में काफी नुकसान पहुंचा है और मरकज सुहानअल्ला पूरी तरह खंडहर में तब्दील हो चुका है। यही नहीं, जानकारी के मुताबिक जैश के मुखिया मौलाना मसूद अजहर के परिवार के 10 लोगों की इस हमले में मौत हो गई और चार करीबियों की भी जान चली गई है।
सरकार का बयान
आतंकी अड्डों पर की गई इस सैन्य कार्रवाई को भारत ने अपने अधिकार के तहत अंजाम दिया है। सरकार का कहना है कि यह कार्रवाई पूरी तरह से नपी-तुली, सावधानीपूर्ण और बिना किसी उकसावे के तहत की गई है। हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए बिलावल भुट्टो ने कहा कि हमने भारत की ओर से लगाए गए हर आरोप की समय-समय पर जांच की है, लेकिन भारत ने हर बार हमलों की निष्पक्ष जांच का प्रस्ताव ठुकराया है। भुट्टो ने कहा कि अब भारत ने सैन्य कार्रवाई की है, जिसके बाद पाकिस्तान के पास संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत जवाब देने का अधिकार है। बता दें, यह वही भुट्टो हैं जिन्होंने सिंधु नदी समझौता सस्पेंड होने के बाद ‘पानी बहेगा या फिर खून बहेगा’ वाला बयान दिया था।
