ब्यूरो : मनोज मिश्रा
Meerut News : पश्चिम उत्तर प्रदेश के संवेदनशील जिलों में शुमार मेरठ में पुलिस ने न्याय प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए एक नई पहल शुरू की है। मेरठ पुलिस ने ‘ऑपरेशन FIR’ के नाम से एक विशेष अभियान की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य वादी (शिकायतकर्ता) को उसके मुकदमे की जानकारी समय पर उपलब्ध कराना और पुलिस विवेचकों की जवाबदेही तय करना है।
Meerut News : FIR के 24 घंटे के भीतर होगा संपर्क
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा के अनुसार, ऑपरेशन FIR के तहत जैसे ही किसी वादी की एफआईआर दर्ज होती है, विवेचक 24 घंटे के भीतर उससे संपर्क करेगा, अपना मोबाइल नंबर साझा करेगा और मुकदमे से जुड़ी जानकारी प्रदान करेगा। वादी को एफआईआर की कॉपी, धारा और विवेचक की पूरी जानकारी व्हाट्सएप पर भेजी जाएगी, ताकि वह सीधे संपर्क में रह सके और मुकदमे की सही पैरवी कर सके। इस योजना के तहत वादी को मुकदमे की पूरी विवेचना प्रक्रिया के दौरान अपडेट मिलता रहेगा। विवेचना पूरी होने पर चार्जशीट या फाइनल रिपोर्ट (एफआर) की जानकारी भी वादी को 24 घंटे के भीतर दी जाएगी। अगर वादी को किसी प्रकार की असंतुष्टि होती है, तो वह सीधे विवेचक या उच्च अधिकारियों से संपर्क कर सकेगा।
Meerut News : ढाई हजार से ज्यादा मुकदमे लंबित
फिलहाल मेरठ में करीब 2,500 से अधिक मुकदमे विवेचना के लिए लंबित हैं। एसएसपी का मानना है कि इस पहल से लंबित मामलों के निस्तारण में गति आएगी और एफआईआर के पंजीकरण से लेकर निष्कर्ष तक की प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होगी। वहीं एसएसपी का कहना है कि “ऑपरेशन FIR का उद्देश्य वादी को सही समय पर मुकदमे की जानकारी देना है, ताकि उसे बार-बार थानों के चक्कर न लगाने पड़ें। पुलिस की इस पारदर्शी व्यवस्था से आम लोगों का पुलिस पर विश्वास बढ़ेगा और न्याय प्रक्रिया में उनकी भागीदारी सुनिश्चित हो सकेगी।”
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