Chatth Pooja: सनातन धर्म का सबसे कठिन पर्व छठ को माना जाता है। गाजियाबाद में छठ पूजा की तैयारियां तेज हो गई हैं। दीपावली के अगले दिन से ही श्रद्धालु छठ पूजा घाट पर जाकर साफ-सफाई करने में जुट गए हैं। दीपावली से ठीक छह दिन बाद छठ पूजा की जाती है, व्रत से पहले ही इसकी तैयारियां शुरु हो जाती हैं।
यह है पूरा मामला
छठ पूजा सनातन धर्म के सबसे कठिन व्रतों में से एक है। इस व्रत में माता-बहनें व पुरुष तीन दिनों तक निर्जल उपवास रखते हैं। व्रत के दौरान उगते हुए सूरज की पूजा की जाती है। इस पर्व की खास बात यह हैे कि इसमें डूबते हुए सूरज की भी पूजा की जाती है। छठ पूजा का पर्व सनातन धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत माना गया है। श्रद्धालु विक्रम का कहना है कि छठ पर्व कोई भी कर सकता है। इस अवसर पर छठ मैया से जो भी मन्नत मांगी जाती है। उस श्रद्धालु की मन्नत पूरी हो जाने पर वह बड़ी धूमधाम से इस पर्व को मनाते हैं। छठ मैया से जो भी हम मांगते हैं वह पूरा होता है, और उसी को लेकर हम पूरे तन-मन से व्रत रखते है।
सजने लगे घाट
गाजियाबाद नगर निगम की तरफ से इस समय कई घाटों पर साफ सफाई कराई जा रही है। घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी-भीड़ जमा होती है। हालांकि नगर निगम की तरफ से जमीनी स्तर पर साफ सफाई के साथ कई कार्य किए जाते हैं। साथ ही स्थानीय लोगों का भी इस कार्य में काफी सहयोग रहता है और वे खुद जिम्मेदारी उठाकर घाटों को सजाते है। हिंडन किनारे स्थित कई घाटों को गाजियाबाद नगर निगम द्वारा तैयार किया जाता है, साथ ही उनकी साफ-सफाई की जाती है। इस दौरान नगर निगम द्वारा घाटों पर लाइट भी लगवाई जाती है। चेंजिंग रूम तैयार किए जाते हैं। सीसीटीवी कैमरे लगाए जाते हैं। छठ पर्व के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए गाजियाबाद पुलिस भी तैयार रहती है। सुरक्षा व्यवस्था की बात करें तो चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजरें बनी होती हैं। यहां गोताखोरों की भी कई टीमें को तैनात किया जाता है। आने वाले 7 और 8 तारीख को छठ पूजा करने वाले श्रद्धालु भारी संख्या में छठ घाट पर पहुंचेगे। जिसे लेकर प्रशासन ने भी तैयारी लगभग पूरी कर ली हैं।
