Digital Arrest: आजकल, डिजिटल फ्रॉड के मामलों में धोखाधड़ी करने वाले लोग फोन कॉल्स, ईमेल्स, और अन्य डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल कर लोगों को ठगने की कोशिश करते हैं। डिजिटल अरेस्ट के नाम पर कॉल्स, जो कि फ्रॉड हो सकती हैं, उन्हें पहचानना बहुत जरूरी है ताकि आप खुद को धोखाधड़ी से बचा सकें। यहाँ कुछ संकेत दिए गए हैं, जिनसे आप पहचान सकते हैं कि यह कॉल फ्रॉड हो सकती है:
1. अज्ञात नंबर से कॉल
Digital Arrest: यदि आपको एक अज्ञात नंबर से कॉल आती है, जो आपके लिए अपरिचित हो, और कॉल करने वाला व्यक्ति खुद को पुलिस या किसी सरकारी एजेंसी का सदस्य बताता है, तो यह पहला संकेत हो सकता है कि यह एक धोखाधड़ी कॉल है। वास्तविक सरकारी अधिकारी आमतौर पर किसी अजनबी को सीधे कॉल नहीं करते।
2. आपसे व्यक्तिगत जानकारी की मांग
Digital Arrest: धोखाधड़ी करने वाला व्यक्ति आमतौर पर कॉल के दौरान आपसे व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि आपकी बैंक डिटेल्स, पासवर्ड, OTP (One-Time Password), या Aadhaar कार्ड नंबर आदि मांग सकता है। सरकार या पुलिस किसी भी प्रकार की आधिकारिक कार्यवाही के लिए इन चीज़ों की मांग कभी नहीं करती।
3. आपको तत्काल कार्रवाई करने के लिए मजबूर करना
Digital Arrest: फ्रॉड कॉल्स में अक्सर एक ऐसी स्थिति बनाई जाती है जिसमें आपको बहुत जल्दी निर्णय लेने के लिए कहा जाता है। जैसे, “आपके खिलाफ शिकायत दर्ज हो गई है”, “आपकी गिरफ्तारी होने वाली है”, या “आपकी पहचान चोरी हो गई है और आपको तुरंत कुछ करना होगा”। ऐसी कॉल्स में अक्सर आपको तुरंत पैसे भेजने, किसी लिंक पर क्लिक करने या व्यक्तिगत जानकारी देने के लिए दबाव डाला जाता है।
4. भय और भ्रम की स्थिति का निर्माण करना
Digital Arrest: धोखाधड़ी करने वाले व्यक्ति अक्सर घबराहट पैदा करने के लिए डरावने शब्दों का इस्तेमाल करते हैं, जैसे कि “आपकी गिरफ्तारी होने वाली है”, “आपका बैंक खाता सील हो जाएगा”, “आप पर आपराधिक केस दर्ज किया जाएगा”, आदि। ये सभी डराने-धमकाने वाली बातें आपको भ्रमित करने के लिए होती हैं।
5. गलत भाषा या टोन का उपयोग
Digital Arrest: यदि कॉल करने वाला व्यक्ति अत्यधिक आक्रामक या चिड़चिड़ा होता है, तो यह एक और संकेत हो सकता है कि कॉल धोखाधड़ी की हो सकती है। असल सरकारी अधिकारी या पुलिसकर्मी हमेशा शालीनता और पेशेवर भाषा का पालन करते हैं। अगर व्यक्ति आपसे तेज़ी से बात करता है या आपको झूठ बोलने का आरोप लगाता है, तो सतर्क रहें।
6. कॉल में तकनीकी खराबी या अव्यवस्थित आवाज़
Digital Arrest: अगर कॉल में तकनीकी समस्या होती है जैसे आवाज़ में गड़बड़ी, खराब कनेक्शन, या आवाज़ का धुंधलापन, तो यह भी एक संकेत हो सकता है कि कॉल फ्रॉड हो। असली सरकारी एजेंसियां या पुलिस के पास अच्छे संचार साधन होते हैं और इस तरह की समस्याएं नहीं होतीं।
7. आपसे पैसे या वाउचर भेजने की मांग
Digital Arrest: यह सबसे महत्वपूर्ण संकेत है। यदि कॉल करने वाला व्यक्ति आपसे पैसे ट्रांसफर करने या किसी वाउचर का कोड देने के लिए कहता है, तो यह एक फ्रॉड कॉल हो सकती है। किसी भी सरकारी एजेंसी के अधिकारी कभी भी पैसे मांगने के लिए कॉल नहीं करते।
8. स्पष्टता की कमी
Digital Arrest: जब आप कॉल करने वाले से इसके बारे में अधिक जानकारी मांगते हैं और वह व्यक्ति आपको साफ-साफ जवाब नहीं देता, बल्कि अस्पष्ट या विरोधाभासी बातें करता है, तो यह भी धोखाधड़ी का संकेत हो सकता है। असली अधिकारी अपने मामले को स्पष्ट रूप से पेश करते हैं और आपको सभी जानकारी देते हैं।
9. कॉल में दिए गए लिंक पर क्लिक करने के लिए कहना
Digital Arrest: अगर कॉल करने वाला व्यक्ति आपको किसी लिंक पर क्लिक करने के लिए कहता है या कोई एप्लिकेशन डाउनलोड करने का आग्रह करता है, तो यह एक सामान्य फ्रॉड तकनीक है। ये लिंक या एप्लिकेशन आपकी व्यक्तिगत जानकारी चुराने या आपके डिवाइस को संक्रमित करने के लिए होते हैं।
10. कॉल के बाद कोई ईमेल या मैसेज आना
Digital Arrest: यदि आपको एक कॉल के बाद एक ईमेल या SMS मिलता है जिसमें आपके बारे में जानकारी दी जाती है और किसी कार्रवाई की मांग की जाती है, तो यह भी एक संकेत हो सकता है कि यह फ्रॉड कॉल है। असली सरकारी एजेंसियां आमतौर पर ईमेल या टेक्स्ट संदेश के माध्यम से व्यक्तिगत मामलों को नहीं सुलझातीं।

-क्या करना चाहिए अगर आपको संदेह हो?
.कॉल को काट दें: अगर आपको संदेह हो, तो तुरंत कॉल काट दें और किसी आधिकारिक नंबर से पुनः संपर्क करें।
.किसी से सलाह लें: अपने परिवार, दोस्तों या किसी विश्वासपात्र से मदद लें। अगर कॉल फ्रॉड हो तो वे आपको सही दिशा में मार्गदर्शन कर सकते हैं।
.कानूनी अधिकारियों से संपर्क करें: अगर आपको लगता है कि कॉल में आपको किसी अपराध का शिकार बनाया जा रहा है, तो तुरंत स्थानीय पुलिस या साइबर क्राइम डिपार्टमेंट से संपर्क करें।
.किसी भी व्यक्तिगत जानकारी को साझा न करें: कभी भी अपनी बैंक डिटेल्स, पासवर्ड्स, या अन्य संवेदनशील जानकारी किसी के साथ साझा न करें, खासकर अगर यह कॉल अजनबी से आ रही हो। डिजिटल फ्रॉड से बचने के लिए सावधानी और जागरूकता बेहद जरूरी है।
