Ghaziabad Railway Station: रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने बुधवार को दो कुलियों को उस समय गिरफ्तार किया जब वे यात्रियों के सामान को एक्स-रे बैगेज चेकिंग सिस्टम से बिना स्कैन कराए निकास द्वार से प्रवेश करा रहे थे। दोनों कुलियों पर रेलवे अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है, क्योंकि वे रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था से समझौता कर रहे थे। RPF जवानों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सभी यात्रियों के बैग्स की जांच सुनिश्चित करें।
दिल्ली से मात्र 14 किलोमीटर दूर है स्टेशन
Ghaziabad Railway Station: गाजियाबाद रेलवे स्टेशन, जो दिल्ली की सीमा से लगभग 14 किलोमीटर दूर स्थित है, प्रतिदिन 50,000 से अधिक यात्रियों की आवाजाही का केंद्र है। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्टेशन के विजय नगर और सिटी साइड प्रवेश द्वारों पर एक्स-रे बैगेज चेकिंग सिस्टम लगाए गए हैं। इन चेकिंग पॉइंट्स पर रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के जवान तैनात रहते हैं, जो यात्रियों के सामान जैसे सूटकेस, बैग आदि की स्कैनिंग की जिम्मेदारी निभाते हैं।हालांकि, कुछ यात्री सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करते हुए बैग स्कैन कराए बिना निकास द्वार से प्रवेश करने का प्रयास करते हैं, जिससे सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न उठता है।
निकास द्वार से हो रही एंट्री वो भी बिना सामान चेक कराए
Ghaziabad Railway Station: खबर का संज्ञान लेकर आरपीएफ ने बुधवार को जांच की। जांच में सामने आया कि कुली नियम को तोड़ रहे हैं। उनके कंधों पर रेलवे की सुरक्षा में सहयोग करने की जिम्मेदारी आम यात्रियों की अपेक्षा अधिक होती है। जबकि स्टेशन पर कुली ही यात्रियों का सामान बिना स्कैन कराए निकास द्वार से प्रवेश कर रहे हैं।बुधवार का दैनिक जागरण की खबर के साथ प्रकाशित फोटो में दिख रहे दोनों कुली को आरपीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। वहीं स्टेशन के दोनों ओर बैगेज चेकिंग सिस्टम पर तैनात आरपीएफ के जवानों को सख्त निर्देश दिए गए।अब कोई भी यात्री बिना बैग स्कैन कराए स्टेशन पर प्रवेश नहीं कर सकेगा। जवान प्रत्येक व्यक्ति पर नजर रखेंगे। यदि कोई व्यक्ति सामान बिना स्कैन कराए प्रवेश करता है तो आरपीएफ के सिपाहियों पर भी कार्रवाई हाेगी।
बिना सामान चेक कराए हो रही एंट्री
Ghaziabad Railway Station: रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने बुधवार को एक खबर का संज्ञान लेते हुए जांच की, जिसमें पाया गया कि स्टेशन पर कुली सुरक्षा नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। जांच में यह सामने आया कि कुली, जिन पर यात्रियों की सहायता के साथ-साथ रेलवे सुरक्षा में सहयोग की अतिरिक्त जिम्मेदारी होती है, वे यात्रियों के सामान को सुरक्षा स्कैनिंग के बिना ही निकास द्वारों से स्टेशन में ला रहे हैं। यह व्यवहार सुरक्षा मानकों के खिलाफ है और रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था को खतरे में डाल सकता है।
