संवाददाता : शिवम गोयल
Ghaziabad News : रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने गाजियाबाद क्षेत्र में सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए अपने जवानों को बॉडी-वॉर्न कैमरों से लैस किया है। इस पहल का उद्देश्य जवानों की ड्यूटी के दौरान पारदर्शिता बढ़ाना और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।आपको बता दें की गाजियाबाद में RPF के 150 से अधिक जवान तैनात हैं, जिनकी जिम्मेदारी रेलवे संपत्ति और यात्रियों की सुरक्षा है। अक्सर यात्रियों द्वारा जवानों पर लापरवाही के आरोप लगाए जाते हैं, जबकि जवान यात्रियों की गलतियों की ओर इशारा करते हैं। ऐसे मामलों में पर्याप्त सबूत न होने के कारण RPF को बैकफुट पर आना पड़ता है।
Ghaziabad News : यात्रियों की सुरक्षा में होगा सुधार
अब बॉडी-वॉर्न कैमरों के उपयोग से जवानों की गतिविधियाँ और यात्रियों के साथ उनकी बातचीत रिकॉर्ड की जा सकेगी, जिससे किसी भी विवाद की स्थिति में स्पष्ट प्रमाण उपलब्ध होंगे। यह न केवल जवानों की जवाबदेही बढ़ाएगा, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा में भी सुधार करेगा। इस तकनीक का उपयोग पहले से ही मुंबई और हबली जैसे अन्य रेलवे क्षेत्रों में किया जा रहा है, जहाँ इसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।बॉडी-वॉर्न कैमरों के माध्यम से RPF जवान अब अधिक जिम्मेदारी और पारदर्शिता के साथ अपनी ड्यूटी निभा सकेंगे, जिससे रेलवे परिसर में सुरक्षा का नया मानक स्थापित होगा।
Ghaziabad News : चेन पुलिंग करने वालों पर कसेगा शिकंजा
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने ड्यूटी के दौरान जवानों की पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब RPF कर्मियों को ड्यूटी के समय अपनी वर्दी पर बॉडी वॉर्न कैमरे पहनना अनिवार्य किया गया है।आपको बता दें की काफी संख्या में चेन पुलिंग के मामले सामने आते हैं।चेन पुलिंग करने वालों को जब आरपीएफ के जवान पकड़ने जाएंगे तो कैमरे को लगाकर ही जाएंगे। ट्रेन के अंदर भी कई बार पुलिस और यात्रियों के बीच नोकझोंक हो जाती है। ऐसे में ट्रेन के अंदर भी जवानों को कैमरे लगाकर रखने होंगे। अधिकारियों के समक्ष यह समस्या खत्म हो जाएगी कि जवान और शिकायतकर्ता में कौन सच बोल रहा है ?
Ghaziabad News : क्या है बॉडी वॉर्न कैमरा ?
बॉडी वॉर्न कैमरा को ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मी अपनी वर्दी की जेब के ऊपर लगाते हैं। इसका उद्देश्य पुलिस और नागरिकों के बीच होने वाली बातचीत और घटनाओं की वीडियो और ऑडियो रिकॉर्डिंग करना है। इस तकनीक का उपयोग पारदर्शिता बढ़ाने, जवाबदेही सुनिश्चित करने और दोनों पक्षों की सुरक्षा के लिए किया जाता है।
Ghaziabad News : कैमरे की मुख्य विशेषताएं और लाभ
पारदर्शिता और जवाबदेही में वृद्धि: बॉडी वॉर्न कैमरे पुलिस और जनता के बीच की बातचीत का निष्पक्ष रिकॉर्ड प्रदान करते हैं, जिससे किसी भी घटना की सच्चाई सामने आ सकती है और गलतफहमियों को दूर किया जा सकता है।
गलत आरोपों से सुरक्षा: इन कैमरों की रिकॉर्डिंग से पुलिसकर्मियों को झूठे आरोपों से बचाया जा सकता है, क्योंकि वीडियो साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है।
व्यवहार में सुधार: जब अधिकारियों और नागरिकों को पता होता है कि उनकी बातचीत रिकॉर्ड हो रही है, तो वे अधिक जिम्मेदार और सम्मानजनक व्यवहार करते हैं, जिससे टकराव की संभावना कम होती है।
प्रशिक्षण में सहायक: बॉडी वॉर्न कैमरों की रिकॉर्डिंग का उपयोग पुलिस प्रशिक्षण में किया जा सकता है, जिससे नए अधिकारियों को वास्तविक परिस्थितियों का अनुभव प्राप्त होता है।
साक्ष्य के रूप में उपयोग: इन कैमरों से प्राप्त वीडियो और ऑडियो रिकॉर्डिंग अदालतों में महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किए जा सकते हैं, जिससे न्यायिक प्रक्रिया में सहायता मिलती है।
