Ghaziabad Breaking : खबर सामने आई है कि साहिबाबाद के राजकुमार अरोड़ा समेत इंदिरापुरम के दो परिवार पिछले तीन दिनों से काठमांडू में फंसे हुए हैं।
वहां सड़क पर लगातार गोलियों की तड़तड़ाहट और चारों तरफ फैली आग की लपटों ने इन्हें दहशत में डाल रखा है। रातभर जागकर मौत का मंजर देखने को वह मजबूर हैं।
Ghaziabad Breaking : खिड़कियों से दिखे धुआं और आग
कामांडू में फंसे इन परिवारों का कहना है कि बाहर हर वक्त गोलियों की आवाजें सुनाई देती हैं। खिड़कियों से झांकने पर धुआं और आग की लपटें साफ दिखाई देती हैं। रातभर होटल में कैद रहने को मजबूर ये लोग इस डर से बाहर नहीं निकल पा रहे कि कहीं भीड़ होटल पर हमला न कर दे।

Ghaziabad Breaking : खाने-पीने की हो रही समस्या
राजकुमार अरोड़ा ने बताया कि उनकी पत्नी ममता अरोड़ा और अन्य परिजनों की हालत बेहद खराब हो रही है। लगातार तीन दिन से फंसे होने की वजह से खाने-पीने की समस्या भी गंभीर हो गई है। वहीं, दूसरी ओर इंदिरापुरम के उमेश कुमार का परिवार भी इसी हालात में जीने को मजबूर है।
Ghaziabad Breaking : सरकार से सुरक्षित वापसी की मांग
बताया जा रहा है कि एयरपोर्ट बंद होने के कारण ये दोनों परिवार भारत वापस नहीं लौट पा रहे हैं। परिवारों ने भारत सरकार से तत्काल सुरक्षित वापसी की मांग की है। आपको बता दे कि नेपाल में युवाओं ने इस अचानक भड़के आंदोलन ने इतना रौद्र रुप धारण कर लिया कि वहां मौजुद विदेशियों को बाहर निकलने का वक्त भी नहीं मिल पाया। टूरिज्म के लिहाज से वहां गए लोग भी वही फंसकर रह गए।
अब भारत में मौजूद उनके परिजन सरकार से उन लोगों की सुरक्षित वापसी की मांग कर रहे है। इस समय देखना यह है कि कितने दिन और नेपाल में इस तरह के हालात चलते है और कब लोग आम दिनचर्या पर वापस लौटते है।