Nepal Crisis : उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की नेपाल जाने वाली बसों का परिचालन अब भारत-नेपाल सीमा तक ही सीमित हो गया है। नेपाल में चल रहे उग्र विरोध प्रदर्शनों के कारण सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इन बसों को सीमा के अंदर प्रवेश करने से रोक दिया गया है।
नतीजतन, यात्री अब नेपाल सीमा से 10 से 15 किलोमीटर पहले भारत-नेपाल बॉर्डर पर ही उतारे जा रहे हैं, और वहां से नेपाल की ओर जाने वाले यात्री भी यहीं से बस में सवार हो रहे हैं।
Nepal Crisis : साहिबाबाद से जाती हैं दो बसें
साहिबाबाद डिपो से नेपाल के लिए दो बसें संचालित होती हैं। इनमें से एक बस नेपालगंज और दूसरी महेंद्रनगर के लिए चलती है। दोनों बसें 52 सीटर हैं, लेकिन इनमें यात्रियों की संख्या औसतन 25 से 30 के बीच रहती है। साहिबाबाद डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (एआरएम) राजेश कुमार ने बताया कि नेपाल में हाल के दिनों में विरोध प्रदर्शन तेज होने के कारण परिवहन निगम ने एहतियाती कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा, “सुरक्षा कारणों से हमने बसों का नेपाल सीमा के अंदर प्रवेश पूरी तरह से वर्जित कर दिया है। बसें अब भारत-नेपाल बॉर्डर पर रुक रही हैं, जहां से यात्री अपने गंतव्य के लिए अन्य साधनों का उपयोग कर रहे हैं।”

Nepal Crisis : ऑटो, टैक्सी या निजी वाहनों का ले रहे सहारा
इस नए नियम के कारण यात्रियों को कुछ असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। कई यात्रियों का कहना है कि बॉर्डर पर उतरने के बाद उन्हें नेपाल के अंदर अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए स्थानीय साधनों जैसे ऑटो, टैक्सी या निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ता है। इससे न केवल समय की बर्बादी हो रही है, बल्कि अतिरिक्त खर्च भी वहन करना पड़ रहा है। साहिबाबाद से नेपालगंज जाने वाले एक यात्री रमेश चंद्र ने बताया, “पहले बस हमें सीधे नेपालगंज तक ले जाती थी, लेकिन अब बॉर्डर पर उतरने के बाद हमें अलग से गाड़ी करनी पड़ती है। यह थोड़ा असुविधाजनक है, लेकिन सुरक्षा के लिए यह जरूरी भी है।”

Nepal Crisis : हालात सामान्य होने का कर रहे इंतजार
एआरएम राजेश कुमार ने बताया कि परिवहन निगम यात्रियों और चालक-परिचालक की सुरक्षा को लेकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहता। नेपाल में अस्थिर स्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा, “हम लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। जैसे ही नेपाल में हालात सामान्य होंगे, बसों का संचालन फिर से पहले की तरह शुरू कर दिया जाएगा।” इसके साथ ही, परिवहन निगम ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले डिपो से संपर्क कर ताजा जानकारी प्राप्त कर लें।

Nepal Crisis : सुरक्षा को देखकर उठाया कदम
नेपाल में हाल के दिनों में राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। इन प्रदर्शनों ने कई क्षेत्रों में यातायात और जनजीवन को प्रभावित किया है। खासकर सीमावर्ती इलाकों में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, जिसके चलते भारत से नेपाल जाने वाले यात्री वाहनों पर भी असर पड़ा है। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम का यह कदम यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है, लेकिन इसके कारण यात्रियों को वैकल्पिक व्यवस्था करने में परेशानी हो रही है।

Nepal Crisis : लोगों से सहयोगी की जताई अपेक्षा
परिवहन निगम ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा की योजना बनाते समय बॉर्डर पर उतरने की स्थिति के लिए तैयार रहें। साथ ही, नेपाल में प्रवेश करने से पहले वहां की ताजा स्थिति की जानकारी अवश्य लें। यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि वे अपने साथ जरूरी दस्तावेज और सामान रखें, ताकि बॉर्डर पर किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।साहिबाबाद डिपो के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह व्यवस्था अस्थायी है और नेपाल में स्थिति सामान्य होने पर बसें फिर से पूर्ण मार्ग पर चलेंगी। तब तक यात्रियों से सहयोग की अपेक्षा की जा रही है। अधिक जानकारी के लिए यात्री साहिबाबाद डिपो के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
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