Ghaziabad News: छपरौली क्षेत्र में रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) के निर्माण से ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद के बीच आवाजाही आसान हो गई है। आपको बता दें की गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर के बीच प्रतिदिन लाखों वाहनों की आवाजाही होती है। सड़कों पर वाहनों के बढ़ते दबाव के कारण घंटों जाम की स्थिति बनी रहती है।दरअसल दोनों जिलों के बीच सड़क पर आवाजाही को सुगम बनाने के लिए छपरौला में आरओबी की मांग रेलवे से की गई थी। पूर्व मंत्री नवाब सिंह नागर ने लोगों की मांग को पूरा करने के लिए कई बार रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से संपर्क किया और आरओबी निर्माण को प्राथमिकता दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
ईंधन के साथ ही समय भी बचेगा
Ghaziabad News: इंजीनियर ने बताया कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट से लोग गाजियाबाद, मेरठ, सहारनपुर और जीटी रोड से होते हुए सिकंदराबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़ सहित कई शहरों में जाते हैं, लेकिन छपरौला रेलवे फाटक के कारण उन्हें घंटों फंसना पड़ता है। जाम से बचने के लिए लाखों लोग प्रतिदिन शाहबेरी और दादरी से होते हुए निकलते हैं, जिससे लोगों को अधिक दूरी तय करनी पड़ती है। इस ओवरब्रिज के मार्च में शुरू हो जाने के बाद से ग्रेटर नोएडा वेस्ट से गाजियाबाद जाने वाले लोगों को राहत मिलेगी।
क्रॉसिंग से निकलती हैं 350 से अधिक ट्रेनें
Ghaziabad News: छपरौला रेलवे क्रॉसिंग से प्रतिदिन 24 घंटे में करीब 350 से अधिक ट्रेनें निकलती हैं। जिसके कारण फाटक एक ही मिनट के लिए खुल पाता है। बड़े वाहनों का अधिक दवाब होने के कारण सड़क पर जाम लगा ही रहता है। हर चौथे मिनट पर एक ट्रेन के पास होने के कारण कभी भी सारे वाहन एक बार फाटक खुलने पर निकल ही नहीं पाते है। अब आरओबी के शुरू होने से लोगों को जाम के साथ आर्थिक मजबूती भी मिलेगी।
