Ghaziabad Breaking: खुदको लोगों का खोया हुआ बेटा बताकर राजू अब तक आधा दर्ज़न से भी ज्यादा लोगो की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर चुका है। जानकारी के मुताबिक अब तक करीब आधा दर्ज़न से भी अधिक परिवार पुलिस की जांच में सामने आ चुके है, जहाँ राजू ने उन्हें अपना लापता बेटा बताकर बेवक़ूफ़ बनाया और फिर वहाँ से भाग गया।
अपहरण की रची झूठी कहानी
Ghaziabad Breaking: खुद के अपहरण की झूठी कहानी रच देहरादून और ग़ाज़ियाबाद के खोड़ा में एक परिवार का झूठा बेटा बनने के बाद राजू असल में राजस्था का इन्द्रराज निकला। मंगलवार को डीएनए टेस्ट कराने के लिए सैंपल लिए जाने के बाद राजू टूट गया और अपनी सच्चाई उगल दी। 23 नवंबर को एक युवक खोड़ा थाने पंहुचा था जिसने बताया की अब से करीब तीस साल पहले उसका अपहरण हो गया था और वह ग़ाज़ियाबाद का ही रहने वाला है। अपहरणकर्ता उसे जंगल में छोड़ कर चले गए थे जहाँ कुछ लोगो ने उसे रख लिया और उसे बहुत परेशान भी किया।
9 परिवारों को दे चुका धोखा
Ghaziabad Breaking: पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में राजू ने बताया की वह अब तक कुल 9 परिवारों के घर उनका बेटा बनकर रह चुका है और उन्हें भी राजू ने अपनी अपहरण की झूठी कहानी बताई थी। एक परिवार में रहने के बाद जब उसपर काम का बोझ पड़ता या उसका मन भर जाता तो वह वहां से चुप चाप भाग जाता। राजू को बचपन में ही परिवार से बेदखल कर दिया गया था। यह जानकारी यूट्यूब पर चैनल पर आए कमेंट में दी गई है।
काम का बोझ पड़ने के बाद एक परिवार से दूसरे परिवार भाग जाता था
Ghaziabad Breaking: मिली जानकारी से पता चला है की अब तक आधा दर्ज़न से भी अधिक लोगो को राजू बेवक़ूफ़ बना चुका है जहां राजू उनका लापता बेटा बनकर रहा था। कुछ समय परिवार में रहने के बाद जब उसपर काम का बोझ पड़ता तब वह वहां से भाग कर दूसरा परिवार खोजता था। डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल ने बताया कि जानकारियों का सत्यापन करने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि उम्मीद है कि बहुत जल्द मामले का खुलासा हो जाए।
Author: Aniruddh
अनिरुद्ध श्रीवास्तव हिंदी खबरों को सोशल मीडिया और आम जनता तक पहुंचाने में विशेष महारत रखते हैं। मास कम्युनिकेशन से ग्रेजुएट होने के बाद इन्होंने उत्तरप्रदेश के कई दिग्गजों के साथ काम किया व उनसे मार्गदर्शन भी लिया। पिछले 4 वर्षों से अनिरुद्ध मीडिया में हैं। इस समय वह कानून-व्यवस्था और प्रशासन देख रहे हैं। इनसे संपर्क करने के लिए:- aniruddhashrivastav786@gmail.com