Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां 8 साल की बच्ची की अपहरण के बाद हत्या कर दिए जाने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। बच्ची देर शाम मंगलवार को घर से सामान लेने के लिए निकली थी। जिसके शव आज बुधवार सुबह बहादुरपुर गांव के बाहर प्राइमरी स्कूल के परिसर में मिला। बच्ची के हाथ-पैर रस्सी से बांधकर बोरी में भरे थे। शव मिलने की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बोरी खोलकर शव निकाला तो बच्ची के शरीर पर नीचे के कपड़े नहीं थे। कुछ चोट जैसे निशान भी हैं। शरीर पर कई जगह खून लगा था।
Uttar Pradesh News : मामले में क्या बोले पिता ?
मामले में जानकारी देते हुए पिता ने बताया कि बच्ची की मां ने दुकान जाने से उसे मना किया, लेकिन वह पोलाव शहीद मजार के पास से मच्छर भगाने की क्वाइल लाने के लिए चली गई। वह करीब 7 बजे निकली थी, जब 8 बजे तक नहीं आई तो मां उसे देखने के लिए दुकान पर पहुंची। वहां दुकानदार ने बताया कि वह सामान लेकर तुरंत चली गई थी। अब 9 बजे तक बच्ची का पता नहीं चला तो परिजनों को अनहोनी की आशंका हुई।
जिसके बाद आसपास ढूंढा गया पूर्व प्रधान, पार्षद सहित पुलिस को भी बेटी के लापता होने की जानकारी दी। रातभर हर जगह तलाशी की। लेकिन बच्ची का कुछ पता नहीं चल पाया। इसी बीच पुलिस को किसी ने फोन किया। बताया कि बोरी में बच्ची का शव मिला है। पुलिस और परिजन मौके पर पहुंचे तो शव उनकी बेटी का ही निकला।
Uttar Pradesh News : समय रहते पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
शव मिलने की सूचना मिलने पर मौके पर DCP काशी गौरव बंसवाल, ACP कोतवाली ईशान सोनी, रामनगर इंस्पेक्टर सहित पुलिस अधिकारी भी पहुंचे। बच्ची के परिवार वाले पुलिस के खिलाफ नाराजगी जताते हुए प्रदर्शन करने लगे और पोस्टमॉर्टम के लिए शव पुलिस को नहीं ले जाने दिए। परिजनों का आरोप है कि रात में ही अपहरण की आशंका जताते हुए पुलिस से शिकायत की थी, अगर पुलिस समय पर एक्टिव हो जाती तो उसकी जान बच सकती थी।
