MP Fake Doctor : मध्य प्रदेश के दमोह जिले में मिशनरी द्वारा संचालित मिशन अस्पताल में कार्यरत फर्जी डॉक्टर एनजॉन केम उर्फ डॉ. नरेंद्र विक्रमादित्य यादव को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया गया है। दमोह के एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज होते ही पुलिस टीमों का गठन किया गया था। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी प्रयागराज में था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाया गया। पुलिस आरोपी को लेकर दमोह रवाना हो गई है, और उससे पूछताछ के बाद आगे की जांच की जाएगी।
MP Fake Doctor : गंभीर आरोप और मौतों का सिलसिला
मामला तब सामने आया जब दमोह के दीपक तिवारी ने आरोप लगाया कि मिशन अस्पताल में एक व्यक्ति ने खुद को लंदन का कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर एनजॉन केम बताया था। दीपक तिवारी के अनुसार, इस फर्जी डॉक्टर ने जनवरी और फरवरी माह में 15 दिल के ऑपरेशन किए, जिनमें से 7 रोगियों की मौत हो गई। तिवारी ने यह भी आरोप लगाया कि अस्पताल में हुई इन मौतों की जानकारी संबंधित थाने या अस्पताल चौकी को नहीं दी गई, और मृतकों के परिजनों से मोटी फीस लेकर शव बिना पोस्टमार्टम के लौटाए गए।
MP Fake Doctor : फर्जी डॉक्टर का खुलासा
जांच में पता चला कि डॉक्टर एनजॉन केम का असली नाम नरेंद्र विक्रमादित्य यादव है। यह व्यक्ति न केवल भारत, बल्कि विदेशों में भी अस्पष्ट अतीत वाला है। इसने यूनाइटेड किंगडम के मशहूर हृदय रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर जॉन केम का नाम गलत तरीके से इस्तेमाल किया था। प्रोफेसर जॉन केम ने खुद ईमेल के जरिए बताया कि नरेंद्र विक्रमादित्य यादव उनकी पहचान का दुरुपयोग कर रहा है।
MP Fake Doctor : संगठित शिकायत और कार्रवाई की मांग
दीपक तिवारी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखकर अस्पताल में हुई मौतों की विस्तृत जांच की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए और अस्पताल का रजिस्ट्रेशन रद्द किया जाए।
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