ब्यूरो।
फारुक शिद्दिकी ।
Ghaziabad News : भीषण गर्मी में बिजली और पानी की किल्लत, स्थानीय लोगों ने किया हंगामा
पसोंडा गांव, इकबाल कॉलोनी और मास्टर कॉलोनी में बीते 48 घंटों से जारी बिजली संकट के खिलाफ सोमवार रात स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। सैकड़ों लोग रात 10 बजे से 12 बजे तक लाजपत नगर स्थित साहिबाबाद बिजली घर के बाहर इकट्ठा हुए और जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बिजली विभाग का पुतला दहन कर अपना आक्रोश जताया। इस विरोध का नेतृत्व उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कांग्रेस के पूर्व महासचिव और सामाजिक कार्यकर्ता अकबर चौधरी ने किया। प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा लेकिन स्थानीय प्रशासन और बिजली विभाग को जनता के आक्रोश का सीधा सामना करना पड़ा।
Ghaziabad News : जानें क्या हैं पूरी खबर ?
अकबर चौधरी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इलाके में पिछले 48 घंटे से बिजली पूरी तरह से बंद है, जिससे लोगों को भीषण गर्मी में पानी की किल्लत और दैनिक कार्यों में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि न तो बिजली विभाग की ओर से कोई सूचना दी गई और न ही कोई वैकल्पिक व्यवस्था की गई, जिससे लोगों की परेशानी और भी बढ़ गई। महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को सबसे अधिक दिक्कत झेलनी पड़ी। क्षेत्रवासियों की नाराजगी इस कदर थी कि बिजली संकट के बीच अंधेरे में भी वे बड़ी संख्या में एकत्र होकर सड़क पर उतर आए और अपनी आवाज बुलंद की।
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विरोध प्रदर्शन के दौरान स्थानीय निवासियों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि यह संकट किसी तकनीकी कारण से नहीं, बल्कि प्रशासनिक उदासीनता का नतीजा है। प्रदर्शनकारियों ने विभाग से मांग की कि भविष्य में इस तरह की लापरवाही न दोहराई जाए और बिजली आपूर्ति को नियमित रूप से सुनिश्चित किया जाए। देर रात विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर बिजली आपूर्ति जल्द बहाल करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद प्रदर्शन समाप्त किया गया।
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Ghaziabad News : समय के साथ कमजोर हो गई हैं लोहे के स्काईवाक
फरीदाबाद की एक हाउसिंग सोसाइटी में स्काईवाक से गिरकर एक सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर की मौत के बाद गाजियाबाद की वसुंधरा ग्रांड सोसाइटी में भी चिंता का माहौल बन गया है। वसुंधरा सेक्टर 15 स्थित इस सोसाइटी के 27वें माले पर बने दो टावरों को जोड़ने वाले स्काईवाक की सुरक्षा को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं। बुधवार को सोसाइटी के निवासियों ने इस स्काईवाक का तत्काल निरीक्षण कर उसे बंद करने की मांग जिलाधिकारी, मुख्यमंत्री, पुलिस आयुक्त और आवास विकास परिषद से की। यह मांग जन सुनवाई पोर्टल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) के माध्यम से की गई।
Ghaziabad News : जानें क्या हैं पूरी खबर ?
जानकारों के अनुसार इस प्रकार के लोहे से बने स्काईवाक समय के साथ जंग लगने से कमजोर हो जाते हैं, जिससे उनकी संरचनात्मक मजबूती पर असर पड़ता है। जंग लगे हुए स्काईवाक पर लोगों के चलने से यह ढह भी सकता है, जिससे गंभीर दुर्घटनाएं हो सकती हैं। इसके अलावा, यदि स्काईवाक की उचित ग्राउंडिंग न की गई हो तो यह बिजली का प्रवाहकीय मार्ग बन सकता है। इस स्थिति में बिजली गिरने या विद्युत संबंधी किसी दोष की स्थिति में वहां चल रहे लोगों को जानलेवा खतरा हो सकता है। इस कारण सोसाइटी के लोगों की चिंता और बढ़ गई है, खासकर तब जब यह स्काईवाक 27वीं मंजिल पर स्थित है और रोजाना कई लोग इसका उपयोग करते हैं।
सोसाइटी निवासियों का कहना है कि उन्होंने पहले भी इस स्काईवाक की संरचनात्मक स्थिति को लेकर सवाल उठाए थे, लेकिन अब जब फरीदाबाद में ऐसी ही एक संरचना में दर्दनाक हादसा हो चुका है, तो अधिकारियों को सतर्क होना चाहिए। निवासियों ने मांग की है कि संबंधित विभाग द्वारा तुरंत स्काईवाक का तकनीकी निरीक्षण कराया जाए और अगर कोई भी खामी पाई जाती है, तो इसे तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए ताकि भविष्य में कोई दुर्घटना न हो। इस मुद्दे ने प्रशासन को एक बार फिर से हाईराइज इमारतों में उपयोग होने वाली संरचनाओं की सुरक्षा पर गंभीरता से सोचने के लिए मजबूर कर दिया है।
