Ghaziabad News : महामंडलेश्वर यति नरसिम्हानंद ने गुरुवार को लोनी में हुई एक घटना के विरोध में अनशन शुरू कर दिया है। उनका आरोप है कि इस घटना में सनातन धर्म का अपमान हुआ है, साथ ही रामायण, जो सनातन धर्म का प्राण रूप है, का भी अपमान किया गया है। उन्होंने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। यति नरसिम्हानंद ने जल के अलावा हर चीज का त्याग करने की घोषणा की है। उनका कहना है कि अगर सोमवार तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं की जाती है, तो वे कमिश्नर के कार्यालय पर जाकर जल का भी त्याग कर देंगे। इस मुद्दे पर उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए एक वीडियो संदेश भी जारी किया है।
Ghaziabad News : सनातन धर्म का अपमान बर्दाश्त नहीं
यति नरसिम्हानंद ने कहा कि सनातन धर्म का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इस प्रकार की घटनाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने चाहिए। वे मुख्यमंत्री से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अपील कर रहे हैं। इस घटना के बाद से उनके समर्थकों में गुस्सा और चिंता का माहौल है, और अब सभी की नजरें मुख्यमंत्री के प्रतिक्रिया पर टिकी हैं।
Ghaziabad News : ये था मामला
दरअसल, बॉर्डर थाना क्षेत्र के संगम विहार कॉलोनी में नंदकिशोर गुर्जर के नेतृत्व में कलश यात्रा निकाली जा रही थी। लेकिन यात्रा के लिए परमिशन नहीं ली गई। जिसके बाद पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो हंगामा हो गया। भाजपा विधायक और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की और हाथापाई शुरू हो गई और गुस्साए विधायक अपने समर्थकों के साथ सड़क पर बैठ गए। विधायक का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उनका कुर्ता फाड़ा है। जबकि लोनी बॉर्डर थाना प्रभारी हरेंद्र मलिक ने अभद्रता का आरोप लगाया है।
Ghaziabad News : पुलिस मामले में क्या कहती है ?
उधर, इस मामले में सहायक पुलिस आयुक्त अंकुर विहार का कहना है कि 20 मार्च को बिना अनुमति के जुलूस निकाला गया। थाना प्रभारी लोनी बॉर्डर हितेश गुर्जर ने मोबाइल पर दो बार और उनके एक समर्थक के मोबाइल पर तीन बार कॉल की। लेकिन, फोन नहीं उठाया गया। विधायक नंद किशोर गुर्जर ने न तो अनुमति ली और न ही कोई आवेदन किया। इस दौरान उन्होंने जबरन जुलूस निकाला। पुलिस ने उनको रोकना चाहा। इस वजह से धक्का मुक्की हुई। मामले में कार्रवाई की जा रही है।
