Ghaziabad News : आयुष्मान भारत योजना के नाम पर एक और बड़ा स्वास्थ्य घोटाला सामने आया है। डीएमआर हॉस्पिटल के बाद अब यूनिक हॉस्पिटल भी फर्जीवाड़े और घोटाले के गंभीर आरोपों में घिर गया है। स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम ने अस्पताल पर छापा मारकर 220 संदिग्ध मरीजों की फाइलें जब्त की हैं, जिनमें भारी अनियमितताओं के प्रमाण मिले हैं।
Ghaziabad News : लाखों की वसूली का आरोप
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यूनिक हॉस्पिटल ने उन मरीजों के नाम पर इलाज दिखाया जो न तो कभी अस्पताल में भर्ती हुए, न ही उनका कोई इलाज हुआ। इन फाइलों में कई मृत या गैर-मौजूद मरीजों के नाम पाए गए हैं। अस्पताल प्रबंधन ने फर्जी बिल और कागजात के जरिए सरकार से लाखों रुपये की वसूली की है। सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि इस घोटाले में शामिल कुछ चेहरों की प्रशासनिक और राजनीतिक पहुंच की चर्चा है, जिससे अब तक किसी के खिलाफ बड़ी कानूनी कार्रवाई नहीं हो पाई है। हालाँकि स्वास्थ्य विभाग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच टीम (SIT) गठित कर दी है और आपराधिक मामला दर्ज करने की तैयारी की जा रही है।
Ghaziabad News : अन्य अस्पताल भी जांच के दायरे में
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार, यह घोटाला सिर्फ यूनिक हॉस्पिटल तक सीमित नहीं है। कई अन्य निजी अस्पताल भी आयुष्मान भारत योजना का दुरुपयोग करते हुए जांच के घेरे में आ सकते हैं। विभाग जल्द ही ऐसे सभी अस्पतालों पर कार्रवाई की योजना बना रहा है।
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