IAS Niraj Viral Post : ‘फतवे से नहीं डरता’ – विवादों में घिरे IAS नियाज खान ने दिया दो टूक जवाब
वरिष्ठ IAS अधिकारी नियाज खान एक बार फिर विवादों में हैं। मध्य प्रदेश कैडर के इस वरिष्ठ मुस्लिम अधिकारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर बकरीद के मौके पर पशु बलि को लेकर पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने जानवरों का खून बहाना अनुचित बताया और शाकाहार अपनाने की वकालत की। उनकी इस टिप्पणी के बाद मुस्लिम संगठनों में भारी नाराजगी देखी जा रही है। संगठनों ने IAS अधिकारी पर इस्लाम धर्म को बदनाम करने का आरोप लगाया है। सोशल मीडिया पर उनकी इस पोस्ट को लेकर तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही है और कुछ लोगों ने यहां तक कह दिया कि नियाज खान को भाजपा से चुनाव लड़ लेना चाहिए।
IAS Niraj Viral Post : क्या हैं पूरी खबर ?
IAS नियाज खान ने स्पष्ट किया कि उनकी पोस्ट का उद्देश्य धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था, बल्कि पर्यावरण जागरूकता फैलाना था। उन्होंने कहा कि पर्यावरण दिवस के मौके पर उन्होंने इस विषय पर पोस्ट किया और बताया कि मांसाहार से निकलने वाली ग्रीनहाउस गैसें जैसे कि मीथेन और CO₂ धरती के तापमान को बढ़ा रही हैं। उन्होंने कहा कि धरती का विनाश हो रहा है और ऐसे में अधिक से अधिक लोगों को शाकाहार की ओर आकर्षित होना चाहिए। नियाज खान ने यह भी बताया कि वह स्वयं बचपन से शाकाहारी हैं और जीवनभर इसी विचारधारा का प्रचार करते आए हैं। उन्होंने कुरान और हजरत मोहम्मद साहब का हवाला देते हुए कहा कि कुर्बानी इस्लाम का हिस्सा है, लेकिन वह पर्यावरण की दृष्टि से पशुहत्या को सही नहीं मानते।
हालांकि नियाज खान की इस सोच पर मुस्लिम संगठनों ने तीखा विरोध जताया है। उनका कहना है कि यह बयान इस्लाम और कुर्बानी की परंपरा को बदनाम करने वाला है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संगठनों ने आरोप लगाया कि खान बीजेपी सरकार के समर्थन में हैं और उन्हें अब चुनाव लड़ लेना चाहिए। वहीं खान ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उनका मिशन केवल पर्यावरण और शाकाहार को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि वे न तो किसी धर्म को निशाना बना रहे हैं और न ही किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का इरादा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की आज़ादी के तहत अपने विचार साझा कर रहे हैं और किसी के फतवे या धमकी से डरने वाले नहीं हैं।
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