Viral News : IFS अधिकारी ने शेयर किया वीडियो
एक बार फिर जंगल के सबसे विशाल जीव हाथी ने यह साबित कर दिया कि वह केवल ताकतवर ही नहीं, बल्कि अत्यंत बुद्धिमान भी है। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक हाथी बड़ी ही चालाकी और समझदारी से एक बिजली से चलने वाले बाड़ को पार करता नजर आ रहा है। यह वीडियो भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारी प्रवीण कसवान ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर साझा किया है, जिसे देखकर नेटिजन्स हैरान रह गए हैं। वीडियो के साथ उन्होंने लिखा, “गजराज तो फिजिक्स के धुरंधर निकले। देखिए कैसे बिजली के बाड़े को पहले बेअसर किया, फिर उसे आसानी से पार कर लिया।” यह वीडियो जंगल में रहने वाले जानवरों की व्यवहारिक चतुराई और अनुकूलन क्षमता का अनोखा उदाहरण बन गया है।
Viral News : जाने वीडियों में क्या दिखा ?
वीडियो में साफ दिखता है कि एक हाथी एक लकड़ी के खंभे के पास खड़ा है, जिस पर हाई-वोल्टेज तार लगे हैं। पहले वह सूंड से खंभे को गिराने की कोशिश करता है और उसे धक्का देकर नीचे गिरा देता है। उसके बाद वह तारों के ढांचे को पूरी तरह से पलट देता है, जिससे यह सुनिश्चित हो जाता है कि अब उस बाड़ में बिजली नहीं रह गई है। इसके बाद वह बड़े आराम से बिना किसी डर या झिझक के उस बाड़ को पार कर दूसरी ओर चला जाता है। यह पूरी प्रक्रिया इतनी चतुराई से की जाती है कि देखने वालों को उसकी समझदारी पर हैरानी होती है। अधिकारी प्रवीण कसवान ने यह भी जानकारी दी है कि उन्होंने इस तरह की कई और घटनाओं को डॉक्युमेंट किया है, जिन पर जल्द ही एक विस्तृत अध्ययन प्रकाशित किया जाएगा।
Media error: Format(s) not supported or source(s) not found
Download File: https://lokhitkranti.com/wp-content/uploads/2025/05/x-downloader.com_7ys23x.mp4?_=1इस वीडियो को देखने के बाद लोग सोशल मीडिया पर हाथी की बुद्धिमत्ता की जमकर तारीफ कर रहे हैं। कई यूजर्स ने सवाल उठाए हैं कि क्या बिजली से चलने वाली बाड़ें वन्यजीवों के लिए सुरक्षित हैं? एक यूजर ने लिखा, “ऐसी बाड़ लगाने की अनुमति ही क्यों दी गई?” वहीं एक अन्य ने कहा, “ये जानवर न सिर्फ ताकतवर, बल्कि दिमाग से भी काफी तेज हैं।” हाथी की इस हरकत ने फिर एक बार यह सिद्ध कर दिया है कि वह न केवल अपनी मजबूत याददाश्त बल्कि समस्या समाधान की अपनी असाधारण क्षमता के लिए भी जाने जाते हैं। वन्यजीव विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना यह दर्शाती है कि हाथी किस प्रकार मानव निर्मित अवरोधों के प्रति खुद को ढाल लेते हैं, खासकर तब जब उनका प्राकृतिक आवास सीमित होता जा रहा है।
