UP News : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित वृंदावन योजना के डिफेंस एक्सपो ग्राउंड रविवार को ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बना। राज्य सरकार ने एक साथ 60,244 आरक्षियों को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए न केवल रिकॉर्ड बनाया, बल्कि हजारों युवाओं के सपनों को साकार किया। यह आयोजन सिर्फ एक सरकारी समारोह नहीं, बल्कि लाखों परिवारों की उम्मीदों और संघर्षों का सम्मान था। खास बात यह रही कि इनमें से बड़ी संख्या उन युवाओं की थी, जिनके परिवार में कभी किसी को सरकारी नौकरी नहीं मिली थी।
UP News : अब खेत नहीं बिकते, रिश्वत नहीं देनी पड़ती
नियुक्ति पत्र पाकर कई युवाओं की आंखें खुशी से छलक आईं। किसान, श्रमिक, पशुपालक, मजदूर और छोटे व्यापारियों के बच्चे अब उत्तर प्रदेश पुलिस का हिस्सा बन गए हैं। इन युवाओं का कहना है कि अब सरकारी नौकरी मेहनत और ईमानदारी से मिल रही है, न कि सिफारिश या पैसे से। मेरठ निवासी शुभम पाल ने बताया कि मैं आर्मी में जाना चाहता था लेकिन परिवार की जिम्मेदारी के कारण डेयरी चलाने लगा। जब देखा कि पुलिस भर्ती पारदर्शी हो रही है, तो उम्मीद जगी। डेयरी छोड़ दौड़ना शुरू किया, और आज वर्दी पहनने का सपना पूरा हो गया।
गाजियाबाद के गुलशन राघव, जिनके बड़े भाई CISF में सब-इंस्पेक्टर हैं, ने कहा कि पहले BSF और रेलवे की परीक्षाएं दीं, लेकिन सिलेक्शन नहीं हुआ। आज विश्वास ही नहीं हो रहा कि यूपी पुलिस में मेरा चयन हुआ है। हरदासपुर गांव की रोशनी, अपने परिवार की पहली सरकारी कर्मचारी बनी हैं। उन्होंने कहा कि दादा-चाचा सभी खेती करते हैं। मैंने सिर्फ फॉर्म भरा, परीक्षा दी और बिना किसी सिफारिश के चयन हो गया। यह बदलाव पूरे गांव के लिए प्रेरणा है।
UP News : नए भारत का नया उत्तर प्रदेश
गृहमंत्री अमित शाह ने समारोह में मौजूद नवचयनित सिपाहियों से कहा कि यूपी पुलिस का हिस्सा बनकर गरीब और वंचितों के लिए मसीहा बनें। गुंडों के राज का अंत हो चुका है, अब कानून का राज कायम करना आप सभी की जिम्मेदारी है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिस ट्रेनिंग में पसीना बहाओगे, उसी से खून बहेगा नहीं। यूपी सरकार ने पिछले 8 वर्षों में साढ़े आठ लाख से अधिक सरकारी नौकरियां युवाओं को दी हैं। इस भर्ती में बिना जाति, वर्ग या क्षेत्र के भेदभाव के चयन हुआ है यह नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है।
