UP News : उत्तर प्रदेश के कानपुर में इस बार जगन्नाथ रथयात्रा विवादों के बीच शुरू हुई। यात्रा से पहले साउंड सिस्टम को लेकर पुलिस और पनकी हनुमान मंदिर के महंत के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि मामला धरना, बाजार बंद और आत्मदाह की चेतावनी तक पहुंच गया। करीब 7 घंटे तक चला तनाव, जिसके बाद प्रशासन को इंस्पेक्टर को सस्पेंड करना पड़ा।
UP News : क्या था पूरा मामला?
दरअसल, जनरलगंज स्थित जगन्नाथ गली से यात्रा निकलनी थी, लेकिन उससे पहले नयागंज थाने के इंस्पेक्टर मंदिर के महंत जितेंद्र दास और कृष्ण दास के पास पहुंचे और बैंड पार्टी में केवल दो साउंड स्पीकर लगाने का निर्देश दिया। महंतों ने इसका विरोध किया, जिससे विवाद बढ़ गया। महंतों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। इसके विरोध में सैकड़ों समर्थक नयागंज पीपल वाली कोठी पर धरने पर बैठ गए और पुलिस के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए।
UP News : राजनीतिक चेहरों की भी हुई एंट्री
धरने के बीच सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी भी समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने हनुमान चालीसा का पाठ किया और महंतों का समर्थन किया। भाजपा के बुंदेलखंड क्षेत्रीय संयोजक विनोद गुप्ता भी प्रदर्शन में शामिल हुए और कहने लगे की क्या अब पाकिस्तान में रथयात्रा निकलेगी? यह 210 साल पुरानी परंपरा है। पुलिस की ये कार्रवाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
UP News : बाजार बंद, आत्मदाह की चेतावनी
घटना से नाराज महंत हाथ जोड़कर बाजार में निकले और व्यापारियों से समर्थन मांगा। इसके बाद कई व्यापारियों ने बाजार बंद कर दिया। स्थिति तब और गंभीर हो गई जब महंत ने रात 8 बजे तक अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर तब तक इंस्पेक्टर को सस्पेंड नहीं किया गया, तो वे आत्मदाह कर लेंगे। विवाद बढ़ता देख प्रशासन को अंततः झुकना पड़ा। रात 8 बजे इंस्पेक्टर के सस्पेंशन का आदेश जारी कर दिया गया। इसके बाद धरना समाप्त किया गया और रथयात्रा तय समय से 4 घंटे देर से शुरू की गई।
UP News : 215 साल पुरानी परंपरा
कानपुर में जगन्नाथ रथयात्रा की परंपरा 215 साल पुरानी है। यात्रा जनरलगंज स्थित जगन्नाथ गली से शुरू होकर काहूकोठी, नयागंज चौराहा, हूलागंज, भूसाटोली, नागेश्वर मंदिर, मनीराम बगिया, मेस्टन रोड, चौक सर्राफा, कोतवाली चौराहा, शिवाला, संगम लाल मंदिर, कमला टावर और लाठी मोहाल होते हुए वापस जगन्नाथ मंदिर पर समाप्त होती है।
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