UP News : फिरोजाबाद जिले के शिकोहाबाद में तैनात एक सिपाही की सोशल मीडिया गतिविधि ने न केवल उसकी नौकरी पर संकट खड़ा कर दिया, बल्कि पुलिस विभाग की निष्पक्षता पर भी सवालिया निशान लगा दिए। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ आपत्तिजनक व्हाट्सएप स्टेटस पोस्ट किए जाने के बाद मामला तेजी से तूल पकड़ गया। सिपाही प्रदीप ठाकुर द्वारा डाला गया यह स्टेटस पहले विभागीय व्हाट्सएप ग्रुप्स में और फिर अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल हो गया। इसकी भाषा पर सपा कार्यकर्ताओं ने कड़ी आपत्ति जताई। देखते ही देखते मामला राजनीतिक गर्माहट का कारण बन गया।
UP News : 6 पुलिसकर्मी हुए निलंबित
सपा जिलाध्यक्ष शिवराज सिंह यादव ने इस स्टेटस को पार्टी की गरिमा पर सीधा हमला बताया और एसएसपी सौरभ दीक्षित से तत्काल सख्त कार्रवाई की मांग की। शिकायत के बाद जांच की जिम्मेदारी सीओ सदर चंचल त्यागी को सौंपी गई और 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी गई। जांच में सामने आया कि केवल प्रदीप ठाकुर ही नहीं, बल्कि पांच अन्य पुलिसकर्मियों—मुख्य आरक्षी कुलदीप और आरक्षी राहुल, अमित, अरुण व सौरभ—ने भी उस आपत्तिजनक स्टेटस को साझा किया था। विभाग ने सभी को अनुशासनहीनता का दोषी मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
UP News : अयोध्या में ड्यूटी पर थे सिपाही
मामले में जानकारी देते हुए एसएसपी ने बताया कि निलंबित सभी पुलिसकर्मी वर्तमान में अयोध्या में विशेष ड्यूटी पर तैनात थे। इनमें कुछ थानों से जुड़े थे, जबकि अन्य कार्यालयी कार्य में संलग्न थे। पुलिस विभाग ने दो टूक कहा है कि किसी भी राजनीतिक टिप्पणी या पक्षपातपूर्ण व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में अन्य पुलिसकर्मियों की भी भूमिका की जांच की जा रही है, जिन्होंने या तो पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी या उसे आगे साझा किया। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर गैर-जिम्मेदाराना रवैये को लेकर अब शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई जाएगी, ताकि विभाग की निष्पक्षता और अनुशासन बरकरार रह सके।
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