SSB soldier: ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले की रहने वाली 24 वर्षीय लिपि गोंड, जो सशस्त्र सीमा बल (SSB) के जवान देबराज गोंड की पत्नी थीं, ने 28 अप्रैल को एक सरकारी अस्पताल में सीज़ेरियन ऑपरेशन के माध्यम से एक बच्ची को जन्म दिया। हालांकि, डिलीवरी के अगले ही दिन उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और उन्हें सांस लेने में कठिनाई हुई। इसके बाद उन्हें बर्ला स्थित वीर सुरेन्द्र साई इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च (VIMSAR) में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत और भी गंभीर हो गई। डॉक्टरों के अनुसार, उन्हें मस्तिष्क संक्रमण हुआ था, जो फेफड़ों और किडनी तक फैल गया, जिससे उन्हें मल्टी-ऑर्गन फेल्योर हुआ। लिपि 15 दिनों तक बेहोशी की हालत में ICU में रहीं और अंततः 12 मई की रात उनका निधन हो गया ।
आदेश मिलने के बाद 10 मई को सिमा लौटा था जवान
SSB soldier: तभी पाकिस्तान के साथ तनाव उत्पन्न होने के बाद 10 मई को उसे वापस ड्यूटी ज्वाइन करने का आदेश मिला और वो देश सेवा को सर्वोपरि मानते हुए अपनी गंभीर रूप से बीमार पत्नी को आईसीयू में छोड़कर अगले ही दिन (11 मई) रविवार को वापस ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए लौट गया।
12 मई को जवान की पत्नी की निकली थी जान
SSB soldier: अगले ही दिन सोमवार यानी 12 मई की देर रात में लिपि ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। जिला प्रशासन, राज्य सरकार तथा मेडिकल कॉलेज प्रबंधन द्वारा उसे बचाने के सारे प्रयास विफल हो गए। उसकी मौत की खबर सुनकर तथा उसके शव के गांव तेंगनामाल पहुंचने के बाद पूरे इलाके में शोक की लहर व्याप्त हो गई है।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वार दी गई श्रद्धांजलि
SSB soldier: जनप्रतिनिधियों तथा इलाके के लोगों ने उसे श्रद्धांजलि दी। स्थानीय विधायक सह राजस्व मंत्री सुरेश पुजारी, झारसुगुड़ा विधायक टंकधर त्रिपाठी, ब्रजराजनगर की पूर्व विधायक अलका महंती, झारसुगुड़ा की पूर्व विधायक दीपाली दास समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने गहरी संवेदना प्रकट की है।
