Ghaziabad News: साहिबाबाद थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां दहेज में 20 लाख रुपये की मांग पूरी न होने पर दूल्हे ने बरात लाने से इन्कार कर दिया। युवती और युवक पहले ही प्रेम विवाह कर चुके थे और कोर्ट में शादी भी रजिस्टर्ड हो चुकी थी।
पीड़िता ने बताया कि उसकी पहचान बिजनौर निवासी हरीश से हुई थी, जिसके बाद दोनों में प्रेम संबंध बने। इसके बाद उन्होंने आर्य समाज मंदिर में विवाह किया और फिर कोर्ट मैरिज भी कर ली। जब दोनों के परिवारों को इस संबंध की जानकारी हुई तो उन्होंने पारंपरिक रीति-रिवाजों से विवाह की सहमति दे दी। विवाह की तारीख 25 अप्रैल तय की गई और इसके लिए फार्म हाउस भी बुक कर लिया गया था।
एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि शादी की तैयारियों के दौरान हरीश और उसके परिवारवालों ने दहेज में 20 लाख रुपये की मांग की। युवती के पिता ने जब इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता जताई, तो वर पक्ष ने बरात लाने से साफ मना कर दिया। साथ ही यह भी कहा गया कि जब तक दहेज की मांग पूरी नहीं होती, तब तक युवती अपने मायके में ही रहेगी। इस घटना के बाद से पीड़िता का पूरा परिवार मानसिक तनाव में है।
युवती ने साहिबाबाद कोतवाली में हरीश, उसकी मां उर्मिला, बहन ललिता, भाई मनीष और दोस्त विशाल चौधरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) साहिबाबाद श्वेता यादव ने बताया कि युवती की शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है और साक्ष्यों के आधार पर मामले की जांच कर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
